30.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

खुटौना में बाइक चोर रंगे हाथ धराया

खुटौना : स्थानीय दुर्गा मेला मैदान में शनिवार रात लगभग दो बजे इंद्र पूजा के अवसर पर लोगों ने एक चोर को बाइक चुराने की फिराक में रंगे हाथ पकड़ा. जानकारी के अनुसार मेला में आरकेस्ट्रा पार्टी द्वारा प्रस्तुत नृत्य संगीत का लुत्फ उठा रहे थे. उसी वक्त चोर लौकहा के प्रकाश कुमार की हीरो […]

खुटौना : स्थानीय दुर्गा मेला मैदान में शनिवार रात लगभग दो बजे इंद्र पूजा के अवसर पर लोगों ने एक चोर को बाइक चुराने की फिराक में रंगे हाथ पकड़ा.

जानकारी के अनुसार मेला में आरकेस्ट्रा पार्टी द्वारा प्रस्तुत नृत्य संगीत का लुत्फ उठा रहे थे. उसी वक्त चोर लौकहा के प्रकाश कुमार की हीरो होंडा सीडी डीलक्स(बीआर 32 जी 65 89) को मास्टर चाबी की मदद से खोलकर ले भागने की फिराक में जुटा था. किसी ने उसकी इस हरकत को देख लिया और शोर मचा दिया.

और वह पकड़ा गया. स्थानीय पुलिस को इसकी खबर मिली और उसे गिरफ्तार कर थाने लाया गया. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान नेपाल के सिरहा जिला के कुरसंडी गांव के संतोष कुमार यादव(32) के रूप में की गयी है.

इस संबंध में थाने में मामला दर्जकर गिरफ्तार व्यक्ति को जेल भेजे जाने की खबर है. मिली जानकारी के मुताबिक उक्त व्यक्ति ने बाइक चोरी की ताजा घटना के अलावा पूर्व में कई अापराधिक वारदातों को अंजाम देने में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकार की है.

न स्टेट बोरिंग है न अन्य सुविधा
यू तो पूरा जिला ही कृषि पर मूल रूप से आधारित है. इसमें राजनगर में सब्जी की खेती व नकद फसल की खेती व्यापक तौर पर की जाती है, लेकिन इसके बाद भी किसानों के हित में कोई बड़ी पहल की गयी हो यह कहीं भी नहीं दिख रहा है.
आलम यह है कि प्रखंड मुख्यालय में बनाया गया बाजार समिति का उपयोग इन दिनों किसान के बदले आवारा पशु अधिक कर रहे हैं. बाजार समिति का परिसर इस कदर गंदगी से पटा है
कि यहां पर कोई किसान जाकर बैठना भी नहीं चाहते. किसान दीपक महतो, राजेंद्र महतो, मोहन यादव बताते हैं कि इस क्षेत्र में किसान हित की अनदेखी की गयी है. अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने किसानाें के समस्या के निदान के लिए कोई पहल नहीं की है. न तो क्षेत्र में सरकारी स्टेट बोरिंग ही है
और न ही अन्य सुविधा. किसान अपने उत्पाद को दूर दराज जाकर बेचते हैं. बाजार समिति का निर्माण तो कर दिया गया पर इसकी ऐसी स्थिति है कि एक भी किसान किसी भी दिन यहां आकर उत्पाद बेचने की बात तो दूर बैठ तक नहीं सकते हैं
पर इससे जनप्रतिनिधि को कोई सरोकार नहीं हैं. हर बार चुनाव मंे सिंचाई की व्यवस्था व किसान हित की बात की जाती है. पर यह सिर्फ वायदों तक ही सिमट कर रह गया है.
दारू का इंतजाम है, पानी का नहीं
राजनगर प्रखंड मुख्यालय की सटी बस्ती मेरन गांव. लंबी घनी आबादी बाली बस्ती. दलित महादलित वर्ग की संख्या भी अच्छी खासी, लेकिन आज भी इस गांव में कई बुनियादी सुविधा की कमी है. गांव में जाने को एक पक्की सड़क तक नहीं है.
तंग गलियां, टूटी हुई खरंजा, इन खरंजों के किनारे लगे गंदगी के अंबार गांव में विकास की हकीकत को उजागर कर रही है.
गांव की 80 वर्षीय गुलबिया देवी बताती हैं कि बौआ गांव में पीबइ लेल पानी के व्यवस्था त नै भेलई मुदा दारू के इंतजाम खूब छै. पुरुष सब त घर स बाहर जा क पानी पीब आबई छई मुदा हम सब आब कतय जाउ. यह सिर्फ एक गुलबिया देवी की पीड़ा नहीं है.
बल्कि गांव में हर किसी के मुंह से कोई न कोई समस्या ही निकल रही है. किसी के मूंह से सड़क की समस्या तो किसी के मूंह से बिजली की. वहीं दलित बस्ती के राजाराम, महेंद्र बताते हैं कि स्वच्छता अभियान नाम पहली बार सुन रहे हैं.आज तक इस गांव में कभी कोई नहीं आया हैं. हर वार वोट के दौरान ही नेताओं के दर्शन होते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें