मधुबनी : सदर अस्पताल में कार्यरत कर्मी इन दिनों बिचौलियों से परेशान हैं. बिचौलिये कभी मरीज के साथ खींचातानी करते हैं तो कभी आपस में ही मरीज को लेने के लिये झगड़ पड़ते हैं तो कभी अस्पताल के कर्मी को भी देख लेने की धमकी दे देते हैं. डाटा ऑपरेटर ने बिचौलिये के सदर अस्पताल में झगड़ा करने एवं कर्मी को धमकी दिये जाने का एक वीडियो क्लिप सीएस को दिखाया है, जिसके बाद सीएस ने इस पर गंभीरता से विचार किया व डीएस को तत्काल बिचौलिये की पहचान कर उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
परेशान हैं निबंधन कर्मी : सदर अस्पताल के ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर के डाटा ऑपरेटर मोहन झा, संतोष कुमार ने बताया कि बिचौलियों द्वारा रजिस्ट्रेशन काउंटर पर आने वाले मरीजों की पर्ची स्वयं कटवाया जाता है. मरीजों के बीमारी के बारे में जब पूछा जाता है, तो बिचौलियों द्वारा जवाब दिया जाता है. उन्होंने बताया कि बिचौलियों का शिकार अधिकांशत: महिला व गर्भवती महिला होती है. महिला को कोई भी बीमारी हो. बिचौलियों द्वारा ऑपरेटरों से महिला चिकित्सक के नाम की पर्ची करवाने का ही दबाव दिया जाता है.कर्मियों को दिया जाता है एक पर्ची पर आठ रुपये तक का लोभ .
कर्मियों ने कहा है कि इस मामले में बिचौलियों द्वारा ऑपरेटर को रुपये का लोभ भी देते हैं. 2 रुपये की जगह 10 रुपये का ऑफर दिया जाता है और उसके बाद बिचौलियों द्वारा महिला चिकित्सक से भी मरीज को अल्ट्रा साउंड व अन्य जांच पर्ची पर लिखवा लिया जाता है. जिसके बाद मरीज का आर्थिक शोषण किया जाता है.
इन बिचौलियों में महिला के अलावा पुरुष भी शामिल होते हैं. सूत्रों की माने तो ये बिचौलियों ओपीडी खुलने के समय से लेकर बंद होने तक अस्पताल में रहते हैं. ओपीडी के अलावे एसएनसीयू व प्रसव कक्ष के समीप भी बिचौलियों भ्रमण करते रहते हैं. इन बिचौलियों में कई दवा दुकानदार, जांच एजेंसी व निजी क्लीनिक के लोग शामिल रहते हैं.