मधुबनी : कालाजार के उन्मूलन मेंं सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सदर अस्पताल के सभागार मेंं आशा कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन सोमवार को सिविल सर्जन डा. अमरनाथ झा व जिला कालाजार नियंत्रण पदाधिकारी डा. सीके सिंह द्वारा किया गया. इस अवसर पर आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएस ने कहा […]
मधुबनी : कालाजार के उन्मूलन मेंं सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सदर अस्पताल के सभागार मेंं आशा कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन सोमवार को सिविल सर्जन डा. अमरनाथ झा व जिला कालाजार नियंत्रण पदाधिकारी डा. सीके सिंह द्वारा किया गया. इस अवसर पर आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएस ने कहा कि सभी आशा अपने-अपने स्वास्थ्य क्षेत्रों मेंं घर घर जाकर कालाजार रोगियों की पहचान कर उन्हें क्षेत्र के उपचार केंद्र मेंं ले जायें.
जिससे कि रोगियों के उपचार के साथ ही इस रोग का उन्मूलन हो सके. उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को सक्रिय होकर इस बिमारी का उन्मूलन करने का निर्देश दिया. डा. सीके सिंह द्वारा इस अवसर पर आशा को कालाजार मरीजों के लक्षण व पहचान की विस्तृत जानकारी दिया गया. उन्होंने आशा को कहा कि प्रशिक्षण के बाद रोगियों को उपचार के लिए प्रेरित करें. आशा को प्रशिक्षण देने का मुख्य उद्देश्य कालाजार रोगियों की पहचान सतही स्थल पर हो सके. वर्ष 2018 तक कालाजार का उन्मूलन करने का लक्ष्य भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है.
जिला मेंं कालाजार के 74 मरीज: जानकारी के अनुसार जिला मेंं जनवरी 17 से दिसंबर 17 तक 74 कालाजार मरीजों की पहचान किया गया है. जिसमेंं सबसे अधिक कालाजार प्रभावित प्रखंड बिस्फी है. जहां कालाजार के 15 मरीज पाये गये है. इसके बाद बेनीपट्टी मेंं 10 मरीज, लदनियां मेंं 9 मरीज, रहिका प्रखंड मेंं 7, लौकही मेंं 4, खुटौना मेंं 3, खजौली मेंं 3 राजनगर मेंं 3, हरलाखी मेंं 2, कलुआही मेंं 2, जयनगर मेंं 7, बासोपट्टी मेंं 2, के अलावा घोघरडीहा, मधेपुर व पंडौल मेंं एक-एक मरीज चिन्हित किया गया है. जबकि, अंधराठाढ़ी व बाबूबरही प्रखंड मेंं गत वर्ष मेंं एक भी कालाजार का मरीज नहीं पाया गया.
मरीजों को मिलता है छह हजार 600 रुपये
बिहार सरकार द्वारा कालाजार मरीजों को जहां मुफ्त उपचार किया जाता है. वहीं उपचार के बाद प्रत्येक मरीज को 6 हजार 6 सौ रुपये तथा भारत सरकार द्वारा भी 500 रुपये दिया जाता है. जिला मेंं 4 उपचार केंद्र कार्यरत है. जिसमेंं सदर अस्पताल मधुबनी, अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर, अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिस्फी मेंं उपचार केंद्र है. आशा को प्रशिक्षण देने वालों मेंं जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. सीके सिंह व जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह द्वारा प्रशिक्षण मेंं शामिल बेनीपट्टी, बिस्फी, बाबूबरही, अंधराठाढ़ी की आशा कार्यकर्ता प्रशिक्षण दिया गया.