मधुबनी : स्टेशन के बाद परिसदन और इसके बाद अब लोगों को समाहरणालय में भी मिथिला पेंटिंग दीवारों पर दिखेगा. इसके लिये जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने पहल शुरू कर दी है. बाहर से आनेवाले हर आदमी को यहां के प्रसिद्ध चित्रकला मिथिला पेंटिंग की झलक जिला के प्रमुख स्थानों में हो, इस सोच […]
मधुबनी : स्टेशन के बाद परिसदन और इसके बाद अब लोगों को समाहरणालय में भी मिथिला पेंटिंग दीवारों पर दिखेगा. इसके लिये जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने पहल शुरू कर दी है. बाहर से आनेवाले हर आदमी को यहां के प्रसिद्ध चित्रकला मिथिला पेंटिंग की झलक जिला के प्रमुख स्थानों में हो, इस सोच के साथ यह अभियान शुरू किया गया है.
समाहरणालय में पेंटिंग करने वाले कलाकारों को चित्रकला के बदले कुछ प्रोत्साहन राशि भी मिलने की संभावना है. जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया है कि अब पूरे तौर पर श्रमदान से पेंटिंग नहीं होगी. इसके लिए कलाकारों को प्रोत्साहन राशि दिये जाने पर भी पहल किया जा रहा है. इसके लिए सरकार से राशि की अधियाचना की जा रही है.
अब तक तीन जगहों पर श्रमदान से पेंटिंग : मिथिला पेंटिंग से बाहरी सैलानियों के साथ साथ आम लोगों को अवगत कराने के लिये तीन स्थलों पर पेंटिंग अभियान चलाया गया है. इसमें स्टेशन पर जिले के 190 कलाकारों ने पेंटिंग का काम बीते दिनों ही पूरा कर दिया, जबकि जितवारपुर गांव में अब गांव के लेाग खुद ही अपने घर के दीवारों पर पेंटिंग बना रहे हैं. जिला अतिथि गृह में भी श्रमदान से पेंटिंग किया जा रहा है.
आइबी में काम पूरा हो जाने के बाद समाहरणालय में पेंटिंग का काम किया जायेगा. इस काम में करीब सौ से अधिक कलाकारों के शामिल होने की संभावना जतायी जा रही है. हालांकि, जितवारपुर गांव में अपने अपने घरों में पेंटिंग करने वालों को किसी भी प्रकार का न तो सामान उपलब्ध कराया जायेगा और न ही प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.
एनएच किनारे लगेगा बोर्ड
मधुबनी जिला मिथिला पेंटिंग, सिकी मौनी, पेपरमेसी, टेराकोटा व अन्य कलाओं के लिये जाना जाता है. यह अब प्रशासनिक स्तर पर एनएच किनारे प्रदर्शित किया जायेगा. इसके लिए एनएच के प्रोजेक्ट मैनेजर से बातें की गयी हैं. जानकारी देते हुए जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया है कि एक ओर पंडौल के पास एनएच पर बोर्ड लगाया जायेगा. जिस पर कलाग्राम का पूरा ब्योरा लिखा होगा कि कौन सा गांव किस कला के लिये प्रसिद्ध है. वहीं दूसरी ओर फुलपरास के समीप भी इसी प्रकार का बोर्ड लगाया जायेगा.