मधेपुरा. मधेपुरा स्थित डायट में दो दिवसीय गैर-आवासीय पीबीएल गतिविधियों पर कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला डायट के प्राचार्य निशांत गुंजन में हुआ. कार्यशाला के सफल आयोजन को लेकर डीपीओ एसएसए अभिषेक कुमार के सहयोग व जिला तकनीकी टीम लीडर संजय क्रांति के प्रयास और सहायक टीम लीडर शिक्षिका प्रेमलता ने भूमिका निभायी. कार्यक्रम को प्रभावी बनाने में साइंस क्लब पूर्वोत्तर बिहार के अध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव का भी विशेष योगदान रहा. कार्यशाला में संयुक्त निदेशक एससीइआरटी डॉ रश्मि प्रभा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने इसे नवाचार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया और विद्यालय में इसे लागू करने का संकल्प लिया. कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण के बारे में जानकारी देना और उन्हें इस पद्धति को अपनी कक्षाओं में लागू करने के लिए प्रशिक्षित करना था. पीबीएल के सिद्धांतों, प्रोजेक्ट डिजाइन, मूल्यांकन और कक्षा प्रबंधन जैसे विषयों पर सत्र आयोजित किये. समापन सत्र में डीपीओ स्थापना मिथिलेश कुमार ने कहा कि सफल आयोजन से शिक्षा जगत में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ और यह मधेपुरा का शैक्षिक उन्नयन में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. प्रशिक्षक के रूप में विशाल राज, भालचंद्र मंडल, विजय कुमार, पूजा कुमारी ने प्रभावी भूमिका निभायी. मंच संचालन के लिए छह सदस्यीय टीम बनाए गया. इसमें शिवराज राणा, दिलीप कुमार, जय कुमार ज्वाला, रविंद्र कुमार रौशन तथा मृत्युंजय पांडे थे. डीएसएम के रूप में शिवानी प्रिया व श्रीनिवास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. मैनेजमेंट कमेटी का दायित्व इंग्लेश कुमार, सईद रहमान कादरी, कोमल कुमारी तथा विकास कुमार ने बखूबी निभाया. कार्यशाला में 13 प्रखंड से आये 108 विज्ञान और गणित शिक्षकों ने भाग लिया.
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