मधेपुरा : बिहार राज्य विश्वविद्यालय व महाविद्यालय कर्माचारी संघ के आह्वान पर बीएन मंडल विश्वविद्यालय व विवि क्षेत्रधीन सभी कॉलेजों के कर्मी मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. विश्वविद्यालय में मंगलवार को हड़ताली कर्मियों ने काम काज ठप कर अपनी मांगों के समर्थन में धरना पर बैठ गये.
धरना देते हुए कर्मचारियों ने जम कर नारेबाजी की. इसके अलावा टीपी कॉलेज में भी कर्मचारियों ने मुख्य गेट पर ताला बंदी कर धरना दिया. इस दौरान टीपी कॉलेज इकाई के संरक्षक बिंदेश्वरी मुखिया ने कहा कि प्रक्षेत्रीय वृहत परिषद की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में सभी क्षेत्रधीन महाविद्यालय के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
पदाधिकारियों पर हो सख्त कार्रवाई : इस दौरान अध्यक्ष नंदलाल मेहता ने कहा कि विश्वविद्यालय के सीनेट सिंडिकेट परिनियम समिति में शिक्षकों की भांति शिक्षकेतर कर्मचारियों को भी प्रतिनिधित्व हेतु विश्वविद्यालय कानून में प्रावधान किया जाये. उन्होंने अनुकंपा पर नियुक्त कर्मचारियों को भुगतान नहीं करने वाले पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही.
इसके अलावा शिक्षकों की भांति शिक्षकेतर कर्मचारी व पदाधिकारियों की सेवानिवृत्ति आयु सीमा 62 वर्ष से बढ़ा कर 65 वर्ष की जाये. मौके पर उपाध्यक्ष विनोद कुमार व सचिव गजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के दिनाक-18/01/13 के निर्देश व उच्च न्यायालय के दिनाक-07/08/2008 के न्यायदेश के आलोक में राज्यादेश निर्गत करते हुए राशि विमुक्त की जाये. इसके अलावा 01/01/2006 से प्रभावी वेतन पुनरीक्षण में विश्वविद्यालय एवं अंगीभूत महाविद्यालयों के वेतन में व्याप्त विसंगति को दुर करते हुए समान पद पर समान वेतनमान सुनिश्चित किया जाये.
धरना को संबोधित करते हुए संयुक्त सचिव नीवन कुमार गुप्ता एवं कोषाध्यक्ष सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि 01/01/96 के पुनरीक्षण व 01/01/06 के पुनरीक्षण के फलस्वरूप अंतर वेतन मद में विमुक्त राशि से कर्मचारियों को मात्र 75 प्रतिशत व 50 प्रतिशत का ही भुगतान हो पाया है. उन्होंने इस मद में अपेक्षित राशि को विमुक्त करने की मांग की. इस दौरान कॉलेज कर्मी राजा कुमार ने भी संघ के मांगों को रखा. उधर, संघ के आह्वान पर मुख्यालय स्थित पीएस कॉलेज सहित विभिन्न कॉलेजों के कर्मी काम काज बंद कर कॉलेज के मुख्य गेट पर धरना पर बैठ गये.