कुमारखंड : प्रखंड के रामनगर बाजार में सस्ते गल्ले के पांच बोरी चावल को ग्रामीणों ने पकड़ प्रखंड आपुर्ति पदाधिकारी के हवाले कर दिया. जानकारी के अनुसार रविवार के दोपहर रामनगर बाजार स्थित काली मंदिर मोड़ पर बिहार राज्य खाद्य निगम के तीन बोरे तथा प्लास्टिक के दो बोरे में चावल ले जारहे व्यापारी रामी […]
कुमारखंड : प्रखंड के रामनगर बाजार में सस्ते गल्ले के पांच बोरी चावल को ग्रामीणों ने पकड़ प्रखंड आपुर्ति पदाधिकारी के हवाले कर दिया. जानकारी के अनुसार रविवार के दोपहर रामनगर बाजार स्थित काली मंदिर मोड़ पर बिहार राज्य खाद्य निगम के तीन बोरे तथा प्लास्टिक के दो बोरे में चावल ले जारहे व्यापारी रामी दास तथा ठेला चालक मंगल दास को ग्रामीणों ने रोक लिया. रोके जाने की स्थिति में गल्ला व्यापारी रामी दास भाग निकला.
ग्रामीणों शक के आधार चावल लदे ठेला को रोक कर मुखिया व सरपंच समेत अन्य लोगों को बुला लिया तथा इसकी सूचना प्रखंड आपुर्ति पदाधिकारी सह प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी चंदन कुमार को दे दी. सूचना पाकर एमओ चंदन कुमार रामनगर पहुंचे जहां ग्रामीणों ने ठेला लदा चावल एमओ के हवाले कर दिया. मौके पर ठेला चालक मंगल दास ने व्यापारी रामी दास द्वारा लोड करवाकर बिक्री हेतू काली स्थान की ओर लाने की बात बताया तथा चावल को ग्रामीणों के समक्ष लिखित तौर पर एमओ के हवाले कर दिया.
इधर ग्रामीणों द्वारा स्थानीय वार्ड संख्या 14 के ग्रामीणों ने चावल को जनवितरण दुकानदार राजेंद्र राम द्वारा कालाबाजारी कर बेचने का आरोप लगाया जाने लगा.
ग्रामीणों के आरोप पर एमओ जनवितरण दुकान पर पहुंच कर दुकानदार श्री राम से खाद्यान का भंडार पंजी और वितरण पंजी की मांग की. जनवितरण दुकानदार द्वारा खाद्यान उठाव के बाद वितरण आदेश के प्रतिक्षा में बितरण नहीं किये जाने की बात बताई गई. मौके पर एमओ ने ग्रामीणों के साथ भंडार रूम का निरीक्षण किया तो दुकानदार का भंडार आंगन के बिना दरवाजे वाले छतदार भवन में पाया गया.
जहां दो कमरे और बरामदा पर खुले में चावल और गेहूं रखा पाया गया. जिसे देख पदाधिकारी और ग्रामीण स्तब्ध हो गये. इसके बाद एमओ द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से जनव्रतिनिधियों व अन्य के समक्ष चावल और गेहूं के बोरियों की गिनती करवाया. गिनती के बाद एमओ द्वारा भंडार पंडार और बितरण पंजी जप्त कर लिया तथा घटक्रम की जांच की बात कही गई. इस संबध में प्रखंड आपुर्ति पदाधिकारी ने बताया कि बरामद चावल बिहार राज्य खाद्य निगम का ही प्रतीत होता है और ग्रामीण उपभोक्ताओं का आरोप जन वितरण दुकानदार पर है इसलिए मामले की जांच की जायेगी गड़बड़ी पाये जाने पर कार्रवाई की जायेगी.