शंकरपुर : थाना क्षेत्र के बेहरारी गांव निवासी बीस वर्षीय युवक मंतोष की हत्या के मामले में मंगलवार को भाभी के बयान पर शंकरपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. ज्ञात हो कि 22 जनवरी की रात मंतोष को घर से बुलाकर गांव का ही एक युवक मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले गया था.
23 जनवरी को सुपौल जिले के छातापुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर खुट्टी पलार से मंतोष का शव बरामद किया गया था. अखबार में छपे फोटो के आधार पर परिजन छातापुर थाना जा कर मंतोष के शव की शिनाख्त की थी. मंगलवार को युवक की हत्या के बाबत शंकरपुर थाना में फर्द दर्ज करवाया गया. शंकरपुर थानाध्यक्ष अनंत कुमार के सामने मृतक मंतोष यादव के भाभी मंजू देवी ने फर्द बयान में कहा कि मेरा देवर मंतोष कुमार को 22 जनवरी को दिन के करीब एक बजे कवियाही के विवके यादव एक लाल रंग की मोटर साइकिल पर बैठाकर मेरे घर के समीप से ही पश्चिम -उत्तर की दिशा में कहीं लेकर चला गया था.
शाम होने पर जब मैं और मेरे अन्य परिजन मंतोष के मोबाइल नंबर पर संपर्क करना चाहा तो उक्त नंबर पर घंटी होतता रहा. लेकिन बात नहीं हो सका पुन: जब देर रात मोबाइल पर संपर्क करना चाहा तो संपर्क नहीं हो पाया. लेकिन 23 जनवरी के अहले सुबह करीब छह बजे जो व्यक्ति मेरे देवर को लेकर मोटर साइकिल से 22 जनवरी को गया था वही व्यक्ति मुझसे पूछा की मंतोष कहां है. तो हमने कहा कि आप ही तो कल उनको मोटर साइकिल से लेकर गये थे.
तो आपको ही पता होगा कि मंतोष कहां है मंतोश जहां भी है मुझे फोन पर बात करा दिजिए. उक्त व्यक्ति ने बात को टालते हुए मेरे यहां से चला गया. मुझे अनहोनी की शंका होने पर अपने सगे संबंधी से संपर्क कर मंतोष का पता लगाना चाहा. उसी क्रम में 26 जनवरी को कुछ लोगों के द्वारा पता चला कि दैनिक अखबार में छाता पुर से एक खबर छपी हुई है. जिसमें एक अज्ञात लाश बरामद होने और उसकी शिनाख्त नहीं होने की बात लिखि हुई है.
जिस पर 26 जनवरी मंगलवार को मैं अपने परिवार के अन्य लोगों के साथ छातापुर थाना पहुंच कर शव का शिनाख्त किया. मृतक मंतोष के भाई संतोष यादव कि पत्नी मंजू देवी ने अपने फर्द बयान में दावा किया है कि मेरे देवर की हत्या विवके यादव ने ही अपने शाला सिंगीयौन निवासी धवेंद्र यादव ने ही मिलकर हत्या किया है.