मधेपुरा : कोसी क्षेत्र के 13 विधानसभा क्षेत्र में कल होने वाले मतदान को लेकर मंगलवार की शाम पांच बजे प्रचार का शोर थम गया. इसके साथ ही लोगों को कानफाड़ू आवाज से निजात भी मिल गयी. इस दौरान पार्टी कार्यालयों से प्रचार सामग्रियों को हटा लिया गया. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी राजनीतिक […]
मधेपुरा : कोसी क्षेत्र के 13 विधानसभा क्षेत्र में कल होने वाले मतदान को लेकर मंगलवार की शाम पांच बजे प्रचार का शोर थम गया. इसके साथ ही लोगों को कानफाड़ू आवाज से निजात भी मिल गयी. इस दौरान पार्टी कार्यालयों से प्रचार सामग्रियों को हटा लिया गया. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी राजनीतिक दलों के अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी सारी ताकत झोंक दी.
प्रचार के अंतिम दौर में राजनीतिक दल अपने अपने हिसाब से मतदाताओं को रिझाने में लगे रहे. चुनाव प्रचार खत्म होने के 24 घंटे बाद मतदाता प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला करेंगे.
पांच नवंबर को मतदाता बनेंगे भाग्य विधाता : कोसी क्षेत्र के मतदाता पांच नवंबर को प्रत्याशियों के लिए भाग्य विधाता की भूमिका निभायेंगे. कोसी में कुल तेरह सीटें हैं. इनमें मधेपुरा, सिंहेश्वर, आलमनगर, बिहारीगंज व मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के पांचवें चरण में पांच नवंबर को मतदान है. सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, सोनवर्षा व सहरसा एवं सुपौल जिले के पीपरा, त्रिवेणीगंज, सुपौल, छातापुर एवं निर्मली विधानसभा क्षेत्र में पांच नवंबर को वोट डाले जायेंगे.
बूथ पर तैनात रहेंगे अर्द्धसैनिक बल : निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. इस बार सभी मतदान केंद्रों पर अर्द्वसैनिक बल के जवान तैनात रहेंगे. आठ नवंबर को होने वाले मतगणना के लिए प्रशासनिक कवायद तेज कर दी गयी है.
विधानसभा वार बनाये गये नियंत्रण कक्ष : निष्पक्ष चुनाव को लेकर जिला प्रशासन इस बार सजग दिख रही है. इसके लिए अनुमंडल कार्यालय में विधानसभा वार नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की शिकायत होने या मिलने पर नियंत्रण में शिकायत दर्ज करायी जायेगी. जिला मुख्यालय स्थित टीपी कॉलेज को मतगणना केंद्र बनाया गया है. आठ नवंबर को मतगणना है.