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कल सीएम मांझी टेंगराहा भोकराहा में
मधेपुरा : जिले के अंतर्गत कुमारखंड के टेंगराहा-भोकराहा में आत्म समर्पित बांतर जाति के पूर्व अपराधियों की सुधी लेने और विकास का एक विस्तृत पैकेज देने मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी 27 जनवरी को टेंगराहा आ रहे हैं. वे बिहार में पहली बार यहां मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना की घोषणा कर इसे लागू करेंगे. पूर्व सीएम के […]
मधेपुरा : जिले के अंतर्गत कुमारखंड के टेंगराहा-भोकराहा में आत्म समर्पित बांतर जाति के पूर्व अपराधियों की सुधी लेने और विकास का एक विस्तृत पैकेज देने मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी 27 जनवरी को टेंगराहा आ रहे हैं. वे बिहार में पहली बार यहां मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना की घोषणा कर इसे लागू करेंगे.
पूर्व सीएम के समक्ष किया था आत्मसर्मपण. ज्ञात हो कि वर्ष 2006 में सिंहेश्वर और त्रिवेणीगंज में क्र मश: 160 और 125 अपराधियों ने हथियार के साथ तात्कालिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आत्मसर्मपण किया था.
करेंगे मदद
कई आत्मसर्मपण कारी पुन: अपराध की ओर उन्मुख हुए और एक बार फिर जेल में कैद हो गये, लेकिन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को जब इस तथ्य से अवगत कराया गया, तो वे सहज और सरल भाव से टेंगराहा आकर बांतर जाति के पूर्व अपराधियों से मिलने की इच्छा जाहिर की.
पुनर्वासित करने की थी योजना
बताया जाता है कि बिहार देश का अकेला सूबा है जहां अपराधियों के आत्म समर्पण पर पुनर्वासित करने की योजना ली गयी है. इस सिलसिले में बिहार सरकार ने 3 मार्च 2006 को गृह विभाग की ओर से ज्ञापांक बी/विविध-14/2006 2193 के माध्यम से अधिसूचना जारी की थी.
मिलेगी नि:शुल्क शिक्षा
इसके अलावा आत्म समर्पणकारी के दो बच्चों को नि:शुल्क मैट्रिक तक सरकारी शिक्षा देने की घोषणा की गयी थी. अपराधियों द्वारा प्रत्यर्पित हथियारों के लिए अलग से प्रोत्साहन राशि देने की योजना ली गयी थी. इसके साथ-साथ अपराधी के विरुद्घ दायर फौजदारी मुकदमा में बचाव के लिए सरकार की ओर से नि:शुल्क वकील की व्यवस्था करने की योजना थी तथा न्यायालयों में लंबित कांडों का त्वरित निष्पादन कराने का वचन दिया गया था.
लिखी जायेगी विकास की गाथा
आत्म समर्पणकारियों को राज्य सरकार के घोषणानुसार लाभ दिलाने के लिए कई जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया था, लेकिन इन लोगों ने कोई अभिरूची नहीं लिया. लाचार होकर 160 आत्म समर्पणकारियों के विरुद्घ मधेपुरा के विभिन्न न्यायालयों में लंबित मामलों को वे स्वयं अभिरूची लेकर निष्पादित कराये, लेकिन मुख्यमंत्री को इस मामले की जानकारी होते ही वे संवेदनशीलता के साथ कार्य में जुट गये हैं.
ग्रामीणों में है खुशी का माहौल
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का टेंगराहा-भोकराहा गांव आकर आत्म समर्पणकारियों से मिलने की खबर से बांतर समुदाय के अलावा ग्रामीणों के बीच खुशी व्याप्त है. आत्मसमर्पणकारी बांतर उत्सवी माहौल में मुख्यमंत्री के स्वागत की तैयार कर लिये है. मुख्यमंत्री के इस पिछड़े इलाके में आने से क्षेत्र का विकास अवश्यंभावी है.
अपराधियों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास
सरकार ने अपने संकल्प में कहा था कि यदि इन आधारों के उपजे अपराधियों को भी आपराधिक प्रवृत्ति से विमुख कर राष्ट्रीय समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के निमित इनके पुनर्वासन तथा कल्याण के लिए योजनाएं प्रायोजित किये जाएं, तो यह आशा की जा सकती है कि ऐसे अपराधी भी आत्मसमर्पण करने तथा सामाजिक व्यवस्था से जुड़ने को अग्रसर होंगे तथा समाज में शांति व्यवस्था कायम करने में सफलता मिल सकेगी.
बिहार सरकार ने यह भी पाया था कि काफी हद तक बेरोजगारी और भूख के कारण कम उम्र के नौजवान सनसनीखेज घटनाओं को अंजाम देने को प्रवृत्त हो रहे हैं. बिहार सरकार के उक्त अधिसूचना को गजट में प्रकाशित कर साफ तौर पर कहा गया था कि ऐसे अपराधियों की उत्पत्ति के स्नेत को रोकना होगा.
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