मधेपुरा:बिहारमें मधेपुराके आलमनगर में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े स्कूल से घर जा रहे 10 वर्षीय छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी. अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े मासूम की हत्या किये जाने से क्षेत्र के लोगों में खौफ व्याप्त है. हत्या के बाबत मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक 10 वर्षीय आयुष मेहता उर्फ विवेक कुमार पिता सुमन मेहता आलम नगर स्थित रॉयल हेरीटेज पब्लिक स्कूल में वर्ग एक का छात्र था. वह परीक्षा देकर दादा सुरेश मेहता के साथ घर बजराहा जा रहा था.
इसी क्रम में आलमनगर- फुलौत मुख्य मार्ग पर आलमनगर पूर्वी पंचायत के अठगामा बासा के पास लगभग दिन के 12 बजे बाइक सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. एक गोली बच्चे के सिर में लग गयी. गोली लगने के बाद स्थानीय लोगों ने जख्मी बालक को आलमनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. बच्चे की हत्या की खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी व लोगों की भीड़ स्वास्थ्य केंद्र में जुट गयी.
छात्र की हत्या से परिजन व ग्रामीणों आक्रोशित हो गये. हालांकि, परिजनों का कहना है कि अपराधियों ने गोली सुरेश मेहता पर चलायी गयी थी, लेकिन गोली मौत बन कर दादा के साथ बाइक के पीछे बैठे आयुष को लग गयी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की. पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी गयी है. वरीय पुलिस पदाधिकारी के आदेश पर पुरैनी थानाध्यक्ष सुनील कुमार भगत, फुलौत ओपी प्रभारी महेश रजक, सोनामुखी ओपी प्रभारी रणबीर रावत, चौसा पुलिस व आलमनगर पुलिस अपराधियों की पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. वहीं पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालने में लगी हुई है.
सीसीटीवी में बाइक सवार हत्यारे को चिह्नित कर लिया गया है. बच्चे की हत्या के बाद स्थानीय लोग आहत हैं. क्षेत्र में लगातार हो रहे आपराधिक वारदात के बाद पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लगा रहे है. ज्ञात हो कि गत छह माह में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की हत्या बेखौफ अपराधियों ने कर दी है. इसके बावजूद अपराध नियंत्रण में पुलिस विफल साबित हो रही है.
वहीं, आयुष की मां व परिजनों के चित्कार से माहौल गमगीन हो गया है. पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. हालांकि हत्या को लेकर तरह-तरह के चर्चाओं का दौर जारी है. लोग जमीन विवाद सहित आपसी दुश्मनी की बात भी कर रहे हैं. देर शाम तक मामले की प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी थी.