मधेुपरा : जिले में बिगड़ती विधि व्यवस्था, देश भर में दलित व अकलियतों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ बुधवार को भाकपा, माकपा व भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज चौक से समाहरणालय तक प्रतिरोध मार्च किया. मार्च में शामिल वामदलों के कार्यकर्ता केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मार्च का नेतृत्व कर रहे भाकपा राज्य कार्यकारिणी के सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में अपराध को अंजाम दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह अपराधी का राजनीतिकरण का परिणाम है. 24 घंटे के अंदर मधेपुरा जिला के तीनों हत्या कांड में जो नाम आ रहे हैं.
उसमें अधिकांश भाजपा व जदयू के कार्यकर्ता व समर्थक हैं. भाकपा नेता प्रभाकर ने सभी हत्यारे को शीघ्र गिरफ्तार करने, मृतक के परिजों को दस-दस लाख मुआवजा देने व विधि व्यवस्था को मजबूत बनाने की मांग की. उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की. भाकपा राज्य कमेटी के सदस्य गणेश मानव व जिलामंत्री मनोरंजन सिंह ने कहा कि देश आज देश के विभिन्न हिस्सों में दलित व अकलियतों पर अत्याचार हो रहे हैं. उनकी हत्याएं की जा रही है.
आज देश के अकलियत और दलित असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. भाकपा माले के जिला संयोजक रामचंद्र दास मजदूर नेता सुभाष मल्लिक ने कहा कि देश भर में एक सुनियोजित साजिश के तहत तनाव पैदा किया जाता है. भाकपा जिला मंत्री विद्याधर मुखिया व वरीय नेता भाकपा राज्य पार्षद निखिल कुमार झा ने कहा कि आज देश गंभीर खतरे में है.मौके पर वीरेंद्र नारायण सिंह, दिलीप पटेल, प्रो ललन मंडल, जगत नारायण शर्मा, कृत्यानंद रजक, भागवत मंडल, युवा नेता शंभू क्रांति छात्र नेता वसीम उद्दीन, मजदूर नेता माधो राम, एआइएसएफ के सौरभ कुमार, नीरज, इरसाद, वीभीषण, भाकपा माले के नेता चंदेश्वरी मंडल, बीभा देवी, मंजू देवी, सकुंतला देवी, चंदन कुमार दास, उमेश दास, योगेंद्र दास, शिवम दास, विष्णुदेव राम, सीताराम रजक, माकपा नेता पन्ना लाल यादव, ललन कुमार, बैजनाथ यादव, रंजीत मानव, बालकिशोर बलस्टर, अनीलाल यादव,विद्याधर मुखिया, रामचंद्र दास, मनोरंजन आदि मौजूद थे.