लखीसराय: रेल विभाग द्वारा नि:शक्त को दी जा रही छूट का लाभ उठाने को लेकर कई लोग अवैध तरीके से नि:शक्त प्रमाण पत्र बना कर इसका लाभ उठाते है. इसे लेकर रेल प्रशासन ने नि:शक्तों का वेरिफिकेशन कर आई कार्ड निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू की है. डॉक्टर द्वारा बनाये गये प्रमाण पत्र की जांच विभाग के अधिकारियों द्वारा संबंधित चिकित्सक से मिल कर की जा रही है. अवैध तरीके से नि:शक्त प्रमाण पत्र बना कर रेल यात्र में फायदा उठाने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है.
ज्ञात हो कि जिले में एक हजार से अधिक लोगों का नि:शक्त प्रमाण पत्र बना हुआ है. लखीसराय स्टेशन से प्रत्येक दिन 50 से अधिक नि:शक्त टिकट लिया जाता था बावजूद इसके विभाग के यहां लखीसराय से मात्र 20 आवेदन ही रेल आई कार्ड के लिए जमा हुए हैं.
इस संबंध में रेल के अधिकारी नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कई आवेदकों के सर्टिफिकेट की जांच संबंधित चिकित्सक से कराया जायेगी. यदि संबंधित चिकित्सक हस्ताक्षर देख सर्टिफिकेट जारी किये जाने से इनकार करते हैं, तो वैसे आवेदकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में रेल प्रबंधक जेवियर एक्का ने बताया कि रेलवे द्वारा फर्जी तरीके से लाभ लेने वालों पर अंकुश लगाने के लिए विभाग ठोस कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी आवेदकों के फॉर्म की प्रतिलिपि जमा कर रेल वाणिज्य विभाग दानापुर मंडल को भेजी जाती है. वहां से संबंधित स्टेशन पर नि:शक्तता प्रमाण पत्र की जांच करायी जाती है.