Advertisement
लालू ‘‘रावण””, नीतीश उनकी नाभी हम वहीं बाण मारेंगे : बिहार भाजपा अध्यक्ष
कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक संपन्न अजीत किशनगंज : दीनदयाल जन्म शताब्दी वर्ष के बहाने गांव-गांव तक पहुंचने, राज्य सरकार की नाकामी व केंद्र की नीतियों से जनता को अवगत करने के संकल्प के साथ भाजपा की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक बुधवार को संपन्न हो गयी. समापन के मौके पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष […]
कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक संपन्न
अजीत
किशनगंज : दीनदयाल जन्म शताब्दी वर्ष के बहाने गांव-गांव तक पहुंचने, राज्य सरकार की नाकामी व केंद्र की नीतियों से जनता को अवगत करने के संकल्प के साथ भाजपा की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक बुधवार को संपन्न हो गयी. समापन के मौके पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने लालू व नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू रावण हो गये हैं.
बड़े-बड़े घोटाले कर रहे हैं. सोने की लंका बना ली है. हम जानते हैं कि रावण का प्राण उसकी नाभि में था. नीतीश व बिहार सरकार लालू की नाभि बने हुए हैं. हम वहीं बाण मारेंगे. प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यसमिति सदस्यों के बीच जोश भरते हुए कहा कि त्याग, तपस्या और संघर्ष हमारा इतिहास रहा है. 2019 भी हमारा होगा और 2020 भी. प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव ने भी कार्यकर्ताओं से जनता के बीच पहुंचने का आह्वान किया.
दूसरे दिन पारित किये गये राजनीतिक प्रस्ताव
कार्यसमिति की बैठक के दूसरे दिन राजनीतिक प्रस्ताव पारित किये गये. पार्टी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महागंठबंधन सरकार भ्रष्टाचारियों के आगे समर्पण कर चुकी है.
टॉपर घोटाले में शामिल सभी प्रमुख लोग नीतीश कुमार से जुड़े थे. हरियाणा की सरकार ने रॉबर्ट वाड्रा की बेनामी जमीन संबंधी मामलों की जांच के लिए जस्टिस ढींगरा आयोग का जिस प्रकार गठन किया है, उसी प्रकार बिहार में भी लालू परिवार की एक हजार करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्ति की जांच के लिए आयोग का गठन किया जाना चाहिए.
बिजली, शिक्षा में भी सरकार की विफलता पर प्रहार किया गया. राजनीतिक प्रस्ताव में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एनडीए की सरकार में स्पीडी ट्रायल के तहत अपराधियों को सजा दी जाती थी. अब जल्द सुनवाई कर दोषियों को सजा गुजरे जमाने की बात हो चुकी है. तुष्टीकरण नीति के कारण पूरे बिहार में तनाव का माहौल रहा. सात निश्चय की प्रगति नगण्य है. सात निश्चय में शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, कृषि है ही नहीं.
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केंद्र सरकार ने बिहार में 6 लाख 25 हजार 625 लक्ष्य रखा लेकिन महागंठबंधन सरकार वित्तीय वर्ष में मात्र 39,938 आवास ही स्वीकृत कर सकी. स्वच्छता मिशन पर चर्चा करते हुए कहा कि चंपारण सत्याग्रह की सौंवीं सालगिरह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आयोजन सिर्फ विज्ञापनों और कार्यक्रमों तक ही सीमित हैं. जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने इसी अवसर पर स्वच्छता का संकल्प दोहराया है.
जब बाकी राज्यों में मेक इन इंडिया के तहत निवेशकों को बुलाने की होड़ लगी है तो बिहार सरकार की नाकामियों के कारण एक भी निवेशक नहीं आया. पिछले वित्तीय वर्ष में विकास दर सिर्फ 7.6 फीसदी थी, जो मौजूदा वित्तीय वर्ष में और नीचे जाने की आशंका है. दूसरे दिन बैठक को प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव, अरविंद मेनन, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह ने भी संबोधित किया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement