किशनगंज : निश्चय यात्रा के दौरान 7 दिसंबर से 9 दिसंबर तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अररिया, किशनगंज, पूर्णिया एवं कटिहार का सरकारी कार्यक्रम निर्धारित है़ मुमकिन है कि कुछ योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन की औपचारिकता भी पूरी की जायेगी और कुछ नये वादे भी होंगे़ लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 के बजटीय प्रावधान के अनुसार योजना मद में यदि जिला किशनगंज अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार की जनसंख्या के अनुपातिक दृष्टिकोण से देखे
तो 71 हजार करोड़ रुपये की योजना मद में इन जिलों का हिस्सा 7500 करोड़ रुपये होता है तथा वित्तीय वर्ष 2015-16 के कुल योजना मद 57 हजार करोड़ का शेयर 6000 करोड़ यानी कुल 13500 करोड़ रुपये के विकास का ब्योरा मुख्यमंत्री को देना चाहिए. उक्त बातें एआइएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने कही़ उन्होंने कहा कि सरकार के शीर्ष गद्दी पर बैठे लोगों के ही पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण इन जिलों का अब तक समुचित विकास नहीं हो सका़
कारण यही है कि बजट के योजना मद में जितनी राशि का प्रावधान पूरे राज्य के लिए दिया जाता है उसकी अधिकांश राशि दूसरे जिलों में खर्च कर दी जाती है और सीमांचल के इस अल्पसंख्यक बहुल जिले को वंचित कर दिया जाता है़ श्री ईमान ने कहा कि मुख्यमंत्री की निश्चय यात्रा के दौरान यहां की आम जनता को भी निश्चय करना होगा कि बजट में जो राशि निर्धारित होती है. जनसंख्या के अनुपात में उतनी राशि से इन क्षेत्रों का भी विकास पर खर्च की जाये़ तभी हम समान व संतुलित विकास की कल्पना कर सकते है़ं श्री ईमान ने कहा कि प्रजातांत्रिक प्रणाली भेदभाव की कोई जगह नहीं होनी चाहिए़ वरना बिहार के संपूर्ण विकास का दावा सिर्फ लोक लुभावन और राजनैतिक पृष्ठभूमि तैयार करने में हो सकता है़ लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो सकती.