फारबिसगंज : पूर्णिया विधायक विजय खेमका पर खनन पदाधिकारी के धमकाने के आरोप को फारबिसगंज विधायक ने बेबुनियाद व मनगढ़ंत बताया है. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा विजय खेमका के विरुद्ध दिये गये बयान पर विधायक विद्यासागर केशरी ने कहा कि श्री खेमका को अपने व्यवहार व आचरण के लिए तेजस्वी यादव के सर्टिफिकेट की जरूरत […]
फारबिसगंज : पूर्णिया विधायक विजय खेमका पर खनन पदाधिकारी के धमकाने के आरोप को फारबिसगंज विधायक ने बेबुनियाद व मनगढ़ंत बताया है. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा विजय खेमका के विरुद्ध दिये गये बयान पर विधायक विद्यासागर केशरी ने कहा कि श्री खेमका को अपने व्यवहार व आचरण के लिए तेजस्वी यादव के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. यह प्रमाण पत्र उन्हें वहां की जनता दे चुकी है.
पूर्णिया के पीड़ित व्यवसायी खनन पदाधिकारी से तंग आकर जनप्रतिनिधि के पास गये थे और खनन पदाधिकारी की शिकायत की थी. खेमका पर लगे आरोप से जनता सहित व्यापारी भी है हतप्रभ है.
उन्होंने कहा कि खनन पदाधिकारी ने लंबे समय से पूर्णिया में रहने के बावजूद किसी व्यवसायी को लाइसेंस नहीं दिया. इसका मुख्य कारण अवैध वसूली थी. खनन पदाधिकारी से व्यवसायी त्रस्त थे. इस मामले को ले जब पूर्णिया विधायक खनन पदाधिकारी के पास गये, तो अपने बचाव में खनन पदाधिकारी ने अनर्गल आरोप लगा दिया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई के बजाय उसे प्रोत्साहन देना सरकार के सुशासन की कलई की पोल खोलता है. मौके पर प्रखंड अध्यक्ष मनोज झा,अल्पसंख्यक मोरचा के नगर अध्यक्ष राहिल खान, साबिर अली, योगेन्द्र मंडल, रोहित कुमार, प्रेम कुमार सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.
इधर सिकटी विधायक विजय कुमार मंडल ने दूरभाष पर तेजस्वी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है. उन्हें तो सारे प्रकरण की जानकारी लेनी चाहिए थी.राज्य में भाजपा के विधायक जनता की पीड़ा को लेकर अब किसी अधिकारी के पास नहीं जा सकते. उपमुख्यमंत्री का जांच करने के बजाय अधिकारी के पक्ष में जाना बिहार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.