किशनगंज : जिले के कुर्लीकोट थाना क्षेत्र के चक्करमारी गांव के निकट गत सोमवार रात्रि एसडीओ मो शफीक के हत्थे चढ़े इंट्री माफिया गिरोह के सरगना नाजिर हुसैन सहित पशु तस्कर मो रईस, मो अली व मो अमजद को मंगलवार देर संध्या न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. वाद संख्या 152एम/16 दर्ज कर भादवि की धारा 109 के तहत सभी आरोपियों को जेल भेजे जाने के बाद बुधवार को कई प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ कई गणमान्य लोगों द्वारा आरोपियों को जमानत लिये जाने को ले एसडीओ पर दबाव बनाये जाने से स्पष्ट हो गया है कि इस गिरोह के तार बहुत लंबे है.
हालांकि मो सफीक द्वारा जमानत दार के रूप में दो गजेटेड पदाधिकारी व 2 लाख रुपया जुर्माना की राशि तय किये जाने के बाद बुधवार को तो आारोपियों को जमानत नहीं मिली परंतु शहर में चर्चा का बाजार गर्म हो गया. एसडीओ मो शफीक व डीटीओ मनीष कुमार द्वारा घटना के वक्त आरोपी रईस के पास से बरामद 34035 रुपये, अली आजम के पास से बरामद 60 हजार रुपये व मो अफजल के पास से बरामद 3 हजार रुपये को आरोपी द्वारा स्थानीय टाउन थाना के हाजत से ही स्थानीय आरपीएफ कर्मी पीके सिन्हा के हवाले कर दिये जाने को ले भी शहर में चर्चा का बाजार गर्म है.
हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीओ मो शफीक ने आरपीएफ कर्मी आरके सिन्हा से भी पूछताछ करने की बात कही है. श्री शफीक ने बताया कि आरोपी पशु तस्कर मो रईस उर्फ बबलू से पूछताछ के क्रम में यह तथ्य भी उभर कर सामने आया कि कुर्लीकोट थानाध्यक्ष के साथ उसके मधुर संबंध थे तथा बबलू अक्सर अपने स्कार्पियो बीआर11-2490 से उन्हें कई स्थानों का दौरा भी करा चुका है.
उन्होंने कहा कि कुर्लीकोट थानाध्यक्ष के भाई अनिल कुमार यादव के भी मामले में संलिप्तता की जांच की जायेगी. उन्होंने कहा कि पूछताछ के क्रम में कुर्लीकोट थाना के वाहन चालक नाजिर हुसैन की मोबाइल पर पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी निवासी शर्माजी की मोबाइल संख्या 9593362491 से नाजिर की मोबाइल पर एक मैसेज आया था. जिसमें ओवर लोड ट्रक संख्या 8282, 2267, 7010, 8902, 8263, 0557, 2264, 1139, 1080, 0223, 9902, 6328, 0455 व 8070 को मोटी रकम के एवज में पार कराने का निर्देश दिया था. उन्होंने बताया कि मो नाजिर के मोबाइल के कॉल डिटेल से किसी संदीप कुमार के मोबाइल नंबर 8797032515 से भी कई बार कॉल करने व कई मैसेज भेजे जाने की जानकारी मिल है. जिसकी जांच की जा रही है. उन्हेांने कहा कि ऐसा अनुमान है कि जांचोपरांत इलाके के कई सफेदपोशों के चेहरे बेनकाब हो जायेंगे. जिनके कारोबार व अकूत संपत्ति से अब तक जिला वासी अनभिज्ञ थे.