दिघलबैंक (किशनगंज) : नेपाल के जंगली क्षेत्र से भटक कर एक तेंदुआ शनिवार को धनतोला पंचायत के कजला गांव आ पहुंचा. सुबह सुबह गांव की एक महिला अपने मवेशियों को लेकर गांव के निकट बांस झाड़ी के समीप पहुंची तो वहां उसने तेंदुआ को देखा. तेंदुआ को देख वह महिला जोर जो से चिल्लाने लगी. […]
दिघलबैंक (किशनगंज) : नेपाल के जंगली क्षेत्र से भटक कर एक तेंदुआ शनिवार को धनतोला पंचायत के कजला गांव आ पहुंचा. सुबह सुबह गांव की एक महिला अपने मवेशियों को लेकर गांव के निकट बांस झाड़ी के समीप पहुंची तो वहां उसने तेंदुआ को देखा. तेंदुआ को देख वह महिला जोर जो से चिल्लाने लगी.
पास के खेतों में धान काट रहे मजदूर दौड़ कर उसके पास आया और तेदुआ को खदेड़ा, तेंदुआ तेजी से बांसझाड़ी के एक पेड़ के उपर चढ़ गया.यह बात इलाके में जंगल की आग जैसी फैल गयी. तेंदुआ को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. देखते ही देखते उस जगह पर मेले जैसा नजारा हो गया.
घटना स्थल पर पहुंचे बीडीओ व थानाध्यक्ष : तेंदुआ के मिलने की सूचना मिलते ही बीडीओ नर्मदेश्वर झा, सीओ राकेश कुमार, थानाध्यक्ष दीपांकर श्रीज्ञान, कोढ़ोबाड़ी थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार, गन्धर्वडांगा थानाध्यक्ष गंगेराधव सभी दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गये एवं तेंदुआ को पेड़ से नीचे उतारने में लग गये. हालांकि वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे मगर पेड़ से नीचे तेंदुआ को उतारने के कार्य में वह असमर्थ दिखे. पेड़ पर छह सात घंटों बीत जाने के बाद बीडीओ श्री झा ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उस तेंदुआ को पेड़ से सुरक्षित उतारवाया.
इन्होंने दिखाया साहस : ग्रामीण महबूब आलम, मुनाजिर आलम, फिरोज आलम, नसीम, लाला मुर्मू, विजय मुर्मू, गोविंद किस्कु, मनक सोरेन ने अपने साहस का परिचय दिया और पेड़ पर चढ़ कर उस तेंदुआ को उतारा.
क्या कहते है वन विभाग कर्मी : वन परिषद पदाधिकारी अरविंद कुमार झा ने बताया कि इस क्षेत्र में तेंदुआ का मिलना बड़ा आश्चर्यजनक है. फिर भी उसको पकड़ने एवं उसे बेहोश करने की कोई भी सुविधा हमारे पास यहां मौजूद नहीं है. ऐसे स्थिति में हम पटना सूचना करते है. वहां से लोग हेलीकॉप्टर से आकर ऐसे जानवरों को पकड़ कर ले जाते है.