किशनगंज: समाहरणालय में सोमवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी, जब पटना से पहुंची विजिलेंस टीम ने जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अवधेश कुमार राम को 10 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के तुरंत बाद विजिलेंस टीम जिला सांख्यिकी पदाधिकारी व शिकायत कर्ता सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी को अपने साथ पटना लेकर चली गयी. छापेमारी का नेतृत्व निगरानी विभाग के डीएसपी शहनवाज आलम कर रहे थे. छापेमारी इतने गुपचुप तरीके से हुई कि स्थानीय पुलिस को भी इसकी भनक नहीं लगी.
सुबह से ही चक्कर लगा रही थी टीम : सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने वरीय पदाधिकारी पर उपाजिर्त अवकाश के एवज में छुट्टी देने के एवज में 10 हजार रुपये रिश्वत मांगे जाने की शिकायत विजिलेंस से की थी. सोमवार सुबह से ही पटना से इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पहुंची विजिलेंस की टीम मौके की तलाश में समाहरणालय के आसपास ही चक्कर लगा रही थी. जैसे ही सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने दोपहर में पूर्व से तय रकम जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अवधेश कुमार राम को दी, वैसे ही विजिलेंस टीम ने उन्हें धर दबोचा.
वहीं कार्यालय के अन्य कर्मियों ने बताया कि शिकायत कर्ता मात्र दो दिन पूर्व ही लंबी छुट्टी से लौटा था. वह फिर से अवकाश लेने के लिए उच्चधिकारी पर दबाव बना रहा था. पर, सांख्यिकी पदाधिकारी उसे छुट्टी देने से कतरा रहे थे. वहीं घटना स्थल पर पूर्व से मौजूद कई लोग इस पूरे प्रकरण को साजिश करार दे रहे थे.
साजिश के तहत फंसाया : सांख्यिकी पदाधिकारी
सांख्यिकी पदाधिकारी अवधेश कुमार राम ने बताया कि सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी आये दिन कार्यालय से गायब रहते हैं. जब मन हुआ घर चले गये, जब मन हुआ तो कार्यालय आ गये. मैंने इससे पहले भी उन्हें सुधरने की चेतावनी दी थी. फिर से छुट्टी लेने का बहाना बना कर वह कक्ष में आये और एकाएक जेब से रुपये की गड्डी निकाल कर टेबुल पर फेंक दिया. मुङो साजिश की तहत फंसाया गया है.