मंटू कुमार, रानीगंजः हमें नैय जाने रिहे हो बाबू भैंस नैय देबैय तैय बेटी के मैर देते हो. ई बात जानतिहे तैय रिन-करजा उठाय कैय दामाद के दैतिये हो बाबू. आब कतै मिलते हो बेटी, कैय कहते हो मैया.
बेटी की मौत के गम में दहाड़ मार कर रोती-बिलखती मां संकुती देवी की हृदय विदारक बातों से माहौल गमगीन बना हुआ है. सरवाहा गांव स्थित मृतका के मायके में बुजुर्ग पिता रामधारी ऋषिदेव एक तरफ अपने गम को छिपाते परिवार के अन्य सदस्यों को भरोसा देने में लगा है, तो वहीं दूसरी तरफ मृतका की बड़ी बहन गुंजा देवी, भाई राजकुमार ऋषिदेव के साथ ही अन्य परिजन गम में बेसुध पड़ा है. हालांकि गरीबी के कारण दहेज की बलि चढ़ गयी बेटी को इंसाफ दिलाने को लेकर मृतका के पिता ने रानीगंज थाना में कातिल दामाद के विरुद्ध कांड संख्या 86/14 दर्ज करवायी है.
लेकिन हत्या के दो दिन बाद भी आरोपी पति पुलिस के पकड़ से बाहर है. इससे परिजनों के बीच मायूसी बढ़ने लगी है. बताया जाता है कि मृतका को चार वर्ष का एक पुत्र भी है. घटना के बाद अबोध बच्चे को भी आरोपियों द्वारा ही गायब रखने की बात मृतका के पिता व माता ने कही. बहरहाल घटना से परिजनों के साथ ही पूरे गांव का माहौल गमगीन बना हुआ है.