किशनगंज : विधान पार्षद सह एमजीएम कॉलेज के निदेशक डॉ दिलीप कुमार जायसवाल शनिवार को स्थानीय मदरसा अंजूमन इसलामिया पहुंच सीमांचल के विभिन्न मदरसों से मूल्यांकन कार्य करने आये मौलाना व मौलवियों से मिले और समुचित रूप से मूल्यांकन कार्य संपन्न कराने के लिए उन्हें बधाई दी.
श्री जायसवाल ने मदरसा अंजूमन के लिए अपने फंड से दस लाख की राशि देने की घोषणा की. उनकी इस घोषणा का मदरसा अंजूमन इसलामिया के पदाधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया. श्री जायसवाल ने कहा कि मदरसा व संस्कृत शिक्षकों को छठा वेतन दिये जाने की मांग उन्होंने जोरशोर से उठायी थी. उन्होंने कहा कि मदरसा व संस्कृत शिक्षकों की आर्थिक स्थिति दयनीय है. उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षक भूखा है ज्ञान का सागर सूखा है.
मदरसा शिक्षकों के सामने ही विधान पार्षद डा दिलीप ने शिक्षा मंत्री पीके शाही से मोबाइल पर बात की जो महाराजगंज चुनाव में व्यस्त थे. मंत्री श्री शाही ने कहा कि संचिका वित्त विभाग के पास लंबित है और जल्द ही मदरसा व संस्कृत शिक्षकों को छठा वेतन मान दे दिया जायेगा.
डॉ जायसवाल ने कहा कि सोमवार को पटना पहुंच वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी से मुलाकात कर मदरसा शिक्षकों की व्यथा से उन्हें अवगत करायेंगे और छठा वेतमान से संबंधित संचिका को जल्द से जल्द कैबिनेट में भेजने के लिए आग्रह करेंगे. श्री जायसवाल ने इस मामले को चुनौती के रूप में लेते हुए कहा कि जब तक छठा वेतनमान लागू नहीं हो जाता है तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा.
इस मौके पर केंन्द्र निदेशक मुफ्ती अब्दुल वहाब, मुफ्ती जावेद, अध्यक्ष अनीसुर रहमान, सचिव हारूण, मौलाना अब्दुल सहीद, जाहिदुर रहमान, मदरसा यूनियन के सचिव तौहीद आलम आदि उपस्थित थे.