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लाखों लीटर पानी की हेराफेरी

खगड़िया रेलवे स्टेशन पर स्थानीय रेल अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों लीटर पानी की हेराफेरी का खुलासा हुआ है. करोड़ों की लागत से खगड़िया रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा आरपीएफ थाना के समीप सप्लाई पाइप को काटकर खुलेआम रेलवे की सप्लाई पानी को खपाया जा रहा है. खगड़िया : रेल […]

खगड़िया रेलवे स्टेशन पर स्थानीय रेल अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों लीटर पानी की हेराफेरी का खुलासा हुआ है. करोड़ों की लागत से खगड़िया रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा आरपीएफ थाना के समीप सप्लाई पाइप को काटकर खुलेआम रेलवे की सप्लाई पानी को खपाया जा रहा है.
खगड़िया : रेल अधिकारियों की मिलीभगत से रेलवे में सप्लाई होने वाले लाखों लीटर पानी की हेराफेरी का खुलासा होते ही विभाग में हड़कंप मच गया है. रेलकर्मियों को पानी की किल्लत का बहाना बना कर निर्माण कार्य में लाखों लीटर पानी बहाया जा रहा है. आरपीएफ थाना के समीप पटरी के बीचोंबीच रेलवे द्वारा सप्लाई की जाने वाली पानी के पाइप को काट कर पानी की हेराफेरी से रेल राजस्व को नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
खगड़िया रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य में बीते कई दिनों से यह खेल चल रहा है लेकिन अब तक स्थानीय अधिकारियों की नींद नहीं खुली है. ऐसे में स्थानीय रेल अधिकारियों की कार्यशैली सवालों के घेरे में है. बताया जाता है कि स्थानीय रेल अधिकारियों की मिलीभगत से रोज लाखों लीटर पानी निर्माण कार्य में बहाया जा रहा है. इस संबंध में रेलवे के आइओडब्लू मणिकांत कुमार ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि निर्माण कार्य में रेलवे के सप्लाई पानी का उपयोग नहीं किया जाना है. अगर निर्माण एजेंसी द्वारा रेलवे क्वार्टर, प्लेटफाॅर्म व विभागीय जगहों पर सप्लाई की जाने वाली पानी का उपयोग किया जा रहा तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी. इतने दिनों से आरपीएफ थाना के सामने पटरी के बीचोंबीच सप्लाई पाइप को काट कर अब तक लाखों लीटर पानी के खेल के बारे में स्थानीय रेल अधिकारियों की चुप्पी के सवाल को आईओडब्लू टाल गये.
खगड़िया रेलवे स्टेशन के आसपास बने रेल क्वार्टरों में पानी की किल्लत का बहाना बना कर निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार को लाखों लीटर पानी की सप्लाई करने से रेल कर्मियों में आक्रोश व्याप्त है. ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मंडल अध्यक्ष अरुण कुमार झा ने बताया कि खगड़िया रेलवे स्टेशन परिसर में बने 32 क्वार्टर में रेलकर्मी व उनके परिवार रहते हैं. श्री झा ने बताया कि जब से खगड़िया रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य शुरू हुआ है तभी से रेलवे क्वार्टरों में पानी की किल्लत बनी हुई है. बाथरूम व रसोइघर में पानी की सप्लाई बंद है. रेलवे क्वार्टर की छत पर टंकी तो है लेकिन उसमें पानी नहीं रहता है. मंडल अध्यक्ष श्री झा ने बताया कि निर्माण कार्य में लाखों लीटर पानी बहाये जाने के कारण रेलकर्मियों समक्ष उत्पन्न ऐसी विकट परिस्थिति उत्पन्न हो गयी है.
अभी कुछ दिनों पूर्व योगदान करने के कारण मुझे इसकी जानकारी नहीं है. पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर समीक्षा की जायेगी. इसके बाद ही कुछ बता सकते हैं. अगर प्राक्कलन के विपरीत रेलवे के सप्लाई पाइप को काट कर पानी लिया जा रहा है तो संबंधित संवेदक पर कार्रवाई की जायेगी.
सीनियर डीइएन, सोनपुर.
खगड़िया रेलवे स्टेशन पर करोड़ों की लागत से चल रहे निर्माण कार्य में रेलवे के सप्लाई पानी का उपयोग गलत है. अगर संवेदक द्वारा रेलवे के सप्लाई पाइप को काट कर पानी लिया जा रहा है तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
मणिकांत कुमार, आईओडब्लू. खगड़िया.
जब से रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण के काम में संवेदक द्वारा रेलवे के सप्लाई की जाने वाली लाखों लीटर पानी का उपयोग शुरू हुआ है तभी से रेलवे क्वार्टरों में पानी की किल्लत बनी हुई है. इसके कारण रेलवे क्वार्टर में रहने वाले रेलकर्मियों को जीवनयापन में काफी परेशानी हो रही है. कई बार कहने के बाद भी स्थानीय रेल अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. खगड़िया रेलवे स्टेशन पर पानी के खेल के बारे में उच्चाधिकारियों को सूचना देकर निदान की मांग की गयी है.
अरुण कुमार झा,मंडल उपाध्यक्ष, ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन.
टैंकर में भरे जा रहे लाखों लीटर पानी
प्लेटफार्म नंबर तीन पर बने आरपीएफ थाना के सामने दो पटरी के बीच रेलवे के सप्लाई पाइप को काट कर रोज लाखों लीटर पानी टैंकर में भर कर निर्माण कार्य में उपयोग किया जा रहा है.
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किसके आदेश से रेलवे के सप्लाई पाइप को काट कर निर्माण कार्य में पानी बहाया जा रहा है? इतने दिनों से दिन-दहाड़े खुलेआम सप्लाई पाइप से पानी लेकर टैंकर में भरने पर अधिकारियों की नजर क्यों नहीं पड़ी? जब निर्माण कार्य में रेलवे के सप्लाई पानी का उपयोग नियमत: गलत है तो संवेदक कैसे रोज टैंकर भर-भर कर पानी लेते रहे? निर्माण कार्य में रेलवे के पानी की हेराफेरी की सूचना दिये जाने के बाद भी स्थानीय रेल अधिकारियों की नींद क्यों नहीं खुली? सरकारी क्वार्टरों में रहने वाले रेलकर्मियों द्वारा पानी की किल्लत की सूचना दिये जाने के बाद भी आईओडब्लू ने कोई कदम क्यों नहीं उठाया? ऐसे कई सवाल हैं जो स्थानीय रेल अधिकारियों की मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा है.

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