आजादी के पर्व पर भी सफाई कर्मियों का अब तक नहीं गया है ध्यान
Advertisement
विशेष मौकों पर ही याद किये जाते हैं शहीद
आजादी के पर्व पर भी सफाई कर्मियों का अब तक नहीं गया है ध्यान खगड़िया : महापुरुषों को सम्मान देने के लिए शहर के स्टेशन चौक, बेंजामीन चौक, शहीद प्रभुनारायण चौक पर बनाया गया शहीद स्मारक वर्तमान में अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. इस परिसर में चारों तरफ गंदगी है, जिसे साफ-सुथरा रखने […]
खगड़िया : महापुरुषों को सम्मान देने के लिए शहर के स्टेशन चौक, बेंजामीन चौक, शहीद प्रभुनारायण चौक पर बनाया गया शहीद स्मारक वर्तमान में अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. इस परिसर में चारों तरफ गंदगी है, जिसे साफ-सुथरा रखने के लिए आजादी के पर्व पर भी सफाई कर्मियों का ध्यान नहीं जाता. जिला प्रशासन ने शहीद स्मारक को तो भुला ही दिया है.
जिला मुख्यालय के बेंजामीन चौक पर महापुरुषों की प्रतिमा लगायी गयी है, जहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है. आम लोग भी वहां गंदगी फेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं. लग रहा है यह महापुरुषों का स्मारक नहीं कूड़ादान है. हमेशा गुलजार रहने वाला शहर के हृदय स्थली स्टेशन चौक पर भी शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के समीप सुबह से शाम तक छोले भटोरे की दुकान सजायी जाती है. नाश्ता कर लोग प्रतिमा के आस पास हाथ धोते हैं, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है, जबकि प्रतिदिन पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन के अधिकारी का आना-जाना लगा रहता है.
वही स्थिति शहीद प्रभुनारायण चौक की है, जहां माड़र निवासी शहीद प्रभु नारायण देश की आजादी के लिए कुर्बान हो गये थे. उन्हें भी लोग साफ-सफाई रखने की जरूरत महसूस नहीं करते हैं. पहले स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस व अन्य विशेष अवसरों पर स्कूली बच्चे तथा पुलिस जवानों द्वारा यहां पहुंच कर ससम्मान शहीदों को सलामी दी जाती थी. राष्ट्रीय पर्व के तीन-चार दिन पहले ही पालिका द्वारा स्मारक के चारों तरफ बने स्मारकों की साफ-सफाई कर पुताई करायी जाती थी. वहीं शहीद स्मारक परिसर की नियमित सफाई भी होती थी. फरकिया क्षेत्र की माटी अनेकों सपूतों की कुर्वानी से पटा है. आज भी शहीद के गांव के युवा उनके पद चिन्हों पर चलने को आतुर हैं, लेकिन यह सिशक उठती है जब उन शहीदों को एक दिन के लिए याद किया जाता है और शहीद प्रभु नारायण के प्रपोत्र सचिन उर्फ बबलू ने बताया कि परिवार वालों को कोई देखने वाला नहीं है. 26 जनवरी आदि अवसर पर याद करना मात्र आज कल फोटो सेशन बन कर रह गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement