गोगरी : प्रकृति के नियम के अनुसार मौसम में बदलाव एक निश्चित अंतराल पर होते रहता है. यह होना मानव जीवन ही नहीं बल्कि सभी प्राणियों के लिए जरूरी है. खेती-बाड़ी से लेकर बाग बगीचे के लिए उतना ही मौसम में बदलाव आवश्यक है, जितना हमारे जीवन के लिये. हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. ऐसे में हम अपनी शारीरिक सक्रियता बढ़ाकर ढेर सारी बीमारियों से अपने को बचा सकते हैं. लेकिन जरा सी लापरवाही बरतने से जान जोखिम में पड़ जाता है.
शहर के प्रमुख फिजिशियन डॉ पंकज कुमार ने कहा कि मौसम में अचानक हुए बदलाव से ब्रेन स्ट्रॉक और हर्ट अटैक का खतरा हो सकता है. जिनका दिनचर्या नियमित है, उनका शरीर मौसम के बदलाव के साथ अपने को अनुकूलित हो कर लेता है. पर, जिनका दिनचर्या नियमित नहीं है, उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में जरूरी है कि हम नित्य दिन योगा, व्यायाम, आसन आदि करें. स्वच्छ पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा में करते रहें. मौसम के अनुसार अपने खान पान में बदलाव करें.