खगड़िया : अब आपको सरकारी सेवा का लाभ पाने के लिए तरह-तरह के प्रमाणपत्र नहीं देने होंगे. सिर्फ एक चिप ही आपकी पूरी कुंडली बता देगा. नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर हर नागरिक के लिए स्मार्ट कार्ड बना रहा है. जिसमें 64 एमबी का चिप लगा होगा. इस चिप में ही हर शख्स का व्यक्तिगत डाटा होगा. […]
खगड़िया : अब आपको सरकारी सेवा का लाभ पाने के लिए तरह-तरह के प्रमाणपत्र नहीं देने होंगे. सिर्फ एक चिप ही आपकी पूरी कुंडली बता देगा. नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर हर नागरिक के लिए स्मार्ट कार्ड बना रहा है. जिसमें 64 एमबी का चिप लगा होगा. इस चिप में ही हर शख्स का व्यक्तिगत डाटा होगा. जिले में अगले तीन माह में एनपीआर का डाटा अपलोड होने की संभावना है. विशिष्ट नागरिकता स्मार्ट कार्ड में नाम, परिवार के मुखिया का नाम, स्थाई पता, नागरिकता, वैवाहिक स्थिति, पेशा सहित अन्य सूचनाएं दर्ज रहेगी.
वैवाहिक स्थिति के बारे में पांच आप्शन होंगे जिसमें आजीवन कुंवारे, विवाहित, विधवा या विधुर, संबंध विच्छेदित और तलाकशुदा में कोई एक विवरण दर्ज होगा.
मिलेंगे 14 सवालों के जवाब: प्रथम चरण में नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर तैयार किया गया है. जिसमें 14 सवालों के जवाब पर आधारित है. सामान्य सूचना के बतौर परिवार का नाम, पता, राष्ट्रीयता, पेशा, शैक्षणिक योग्यता, उम्र, लिंग, माता, पिता, पति का नाम शामिल है. हरेक परिवार का घर सर्वेक्षण में उसकी फर्श, दीवार, छत के प्रकार भी दर्ज हैं.
आधार कार्ड से भिन्न एनपीआर:
एनपीआर व आधार कार्ड अलग-अलग हैं. आधार कार्ड बच्चे का भी बन सकता है, लेकिन एनपीआर 18 वर्ष के उम्र से कम का नहीं बनेगा. आधार सामान्य पीवीसी कार्ड पहचान के लिए उपयोगी है. एनपीआर में चिप लगा होगा जिसमें आपके बारे में पूरा ब्योरा दर्ज रहेगा. आधार कार्ड स्वैच्छिक लेकिन एनपीआर अनिवार्य होगा.
किस काम का एनपीआर: भारतीय नागरिकता का प्रमाणिक दस्तावेज के रूप में मान्यता होगी. सरकार के किसी भी योजना का लाभ के लिए सिर्फ एनपीआर मान्य होगा. कार्ड धारक के आवासीय पता, पेशा, उम्र प्रमाण सहित अन्य मान्यता के लिए दूसरा कोई दस्तावेज की जरूरत नहीं पड़ेगी.