खगड़िया : हिन्दी भाषा साहित्य परिषद के तत्वाधान में दो दिवसीय महाधिवेशन ‘आरसी प्रसाद सिंह स्मृति पर्व 2016’ के अंतिम सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर चंन्द्रिका प्रसाद सिंह विभाकर ने की. जबकि मंच संचालन वीरेन्द्र कुमार दीक्षित ने किया. मुख्य अतिथि पंडित भीम शंकर चौधरी और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध तबला वादक उमेश गुप्ता, राकेश कुमार, लक्ष्मेश्वर झा, चम्पा रा, मारिया फर्नांडिस मौजूद रहे. कार्यक्रम की शुरुआत राकेश कुमार ने सरस्वती वंदना के साथ किया.
इसके बाद कैलाश झा किंकर लिखित गजल ‘सताने में उनको मजा आ रहा है /यही गम मुझे रात दिन खा रहा है ‘ की प्रस्तुति दी. पंडित भीम शंकर चौधरी ने कजरी सुनाते हुए श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. इसमें उमेश गुप्ता के तबला बादन की संगत ने चार चांद लगा दिया. चम्पा राय एवं मारिया फर्नांडिस ने विद्यापति रचित ‘ जय जय भैरवी असुर भयावनी ‘ का गायन कर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर किया.
इस गीत में हारमोनियम पर अणिमा रानी और तबले पर विजय बिहारी संगत कर रहे थे. इसके बाद गणेश झा उपकारी ने मैथिली गीत गाया तो लक्ष्मेश्वर झा गजल गाकर लोगों ने दिल जीत लिया. इस आयोजन में महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड आदि प्रांतों के साहित्यकारों ने भाग लिया.