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जमींदारी बांध पर मंडरा रहा खतरा
जमींदारी बांध की जर्जर स्थिति के कारण बांध पर खतरा मंडराने लगा है. लोगों को यह सता रहा है कि यदि बांध टूटा तो प्रखंड की अधिकांश गांवों में बाढ़ का पानी घुस जायेगा. खगड़िया/बेलदौर : जिले के बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के सुरक्षा कवच माली से इतमादी के बीच बारूण तक बनी जमींदारी बांध की […]
जमींदारी बांध की जर्जर स्थिति के कारण बांध पर खतरा मंडराने लगा है. लोगों को यह सता रहा है कि यदि बांध टूटा तो प्रखंड की अधिकांश गांवों में बाढ़ का पानी घुस जायेगा.
खगड़िया/बेलदौर : जिले के बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के सुरक्षा कवच माली से इतमादी के बीच बारूण तक बनी जमींदारी बांध की जर्जर स्थिति संभावित प्रलय को दस्तक दे रही है. बांध के सबसे कमजोर स्थल आनंदी सिंह बासा का बजरंगबली स्थान से लेकर स्लुइस गेट तक कोसी नदी के बढ़ते दबाव के कारण खतरा बढ गया है.
उक्त स्थल पर दो-दो बार बैडबार व परकोपाइन से निरोधात्मक कार्य किये जाने के बाद भी कोसी कटाव का खतरा टला नहीं है. यू टर्न लेती कोसी नदी बैडवार को बहाकर इसके भूभाग को घीरे धीरे अपने गर्भ में समाती जा रही है. इसके कारण कोसी कटाव बांध समीप तक पहुंच गयी है. अगर ठोस उपाय नहीं किया गया तो कोसी नदी बांध को ध्वस्त कर सकती है. जुलाई से लेकर सितंबर तक का समय इस इलाके में बाढ़ की अवधि घोषित है. कोसी इन दिनों उफान पर है.
प्रभावित गांव
बाढ़ से इन दिनों तेलिहार का तिरासी टोला, चौधरी टोला, आनंदी सिंह बासा, कामाथान मुसहरी, पश्चिमी पार कैजरी, बलैठा का पचाठ, नवटोलिया, मुनि टोला, पुरानी डीह इतमादी, दिघौन का थलहा, कुर्बन का गेदारसन, पचौत का मुरली गांव समेत तटबंध समीप बस गांव प्रभावित होता है.
जर्जर तटबंध
तेलिहार के आनंदी सिंह बासा का बजरंग बली स्थान, कामाथान मुसहरी समीप, पचाठ के नवटोलिया समीप बांध व थलहा के समीप डेनेज जो कोसी के पानी को अब तक रोके हुए है जर्जर हालात में है.
निरोधात्मक कार्य के बावजूद हो रहा कटाव : पचाठ के ब्रह्मण टोला से लेकर लक्ष्मी सिंह के घर तक तथा आनंदी सिंह बासा से लेकर स्लुइस गेट तक बैडवार व परकोपाइन का कार्य किया, लेकिन इसके बावजूद बैडवार के खिसकने व परकोपाइन के पानी में बह जाने के कारण कटाव हो रहा है.
330 जगहों पर शिविर लगाने का दिया आदेश
डीएम जय सिंह ने संभावित बाढ़ को लेकर सभी सरकारी सेवक की छुट्टी रद्द कर दी है. उन्होंने दो लाख लोगों को लिए 330 शरणस्थली चिह्नत किया है. तटबंधों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक किलोमीटर पर एक होमगार्ड के जवान को तैनात करने का आदेश सीओ को दिया है.
डीएम ने लाइफ जैकेट से लेकर, जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराने, पशुओं के लिए शरणस्थली से लेकर चारे की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है. डीएम जय सिंह ने कहा कि जिले के सभी छोटे बड़े तटबंध सुरक्षित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी संकट से निपटने के लिए 90 हजार क्विंटल खाद्यान्न स्टॉक में सुरक्षित रखा गया है.
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