खगड़िया के स्वास्थ्य विभाग में उजागर हुए भ्रष्टाचार सहित दूसरी गड़बड़ी के मामलों में स्वास्थ्य मंत्री ने डीएम को कार्रवाई का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने ऐसे सभी गड़बड़ी की रिपोर्ट तलब करते हुए जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
Advertisement
गड़बड़ी पर मंत्री ने मांगी रिपोर्ट
खगड़िया के स्वास्थ्य विभाग में उजागर हुए भ्रष्टाचार सहित दूसरी गड़बड़ी के मामलों में स्वास्थ्य मंत्री ने डीएम को कार्रवाई का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने ऐसे सभी गड़बड़ी की रिपोर्ट तलब करते हुए जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. खगड़िया :स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार सहित गड़बड़ी के मामलों में दोषी […]
खगड़िया :स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार सहित गड़बड़ी के मामलों में दोषी स्वास्थ्यकर्मियों व अधिकारियों पर जल्द कार्रवाई हो सकती है. स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने खगड़िया के सरकारी अस्पतालों सहित स्वास्थ्य विभाग में उजागर हुए गड़बड़ी के मामलों को गंभीरता से लिया है. मंत्री ने कहा कि पूरे प्रकरण में डीएम से रिपोर्ट तलब किया जा रहा है. साथ ही दोषी स्वास्थ्यकर्मियों व अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए डीएम को निर्देश दिया जायेगा.
डीएम के निर्देश बाद भी नहीं हुई कार्रवाई : बीते तीन महीनों में स्वास्थ्य विभाग सहित सरकारी अस्पतालों में गड़बड़ी के एक दर्जन से अधिक मामले उजागर हुए. कई मामलों में जांच की घोषणा फाइलों में दम तोड़ रहे हैं. कार्रवाई के नाम पर स्पष्टीकरण कर विभाग लीपापोती में ज्यादा दिलचस्पी ले रहा है.
स्पष्टीकरण के जवाब मिले या नहीं इसकी जांच की भी स्वास्थ्य विभाग को फुरसत नहीं है. इधर, अलौली प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र में एक्सपायरी दवा प्रकरण की जांच पूरी होने के डीएम जय सिंह ने सीएस को अलौली पीएचसी प्रभारी डाॅ आरएन चौधरी, दवा भंडार कक्ष इंचार्ज इंद्रदेव ठाकुर, नर्स आरती कुमारी, पुष्पा कुमारी पर कार्रवाई कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश सीएस को दिया था. इसके दस दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है.
सीएस ने आरोप के घेरे में आये प्रभारी चिकित्सक सहित स्वास्थ्यकर्मियों से स्पष्टीकरण तलब करते हुए 24 घंटा के अंदर जवाब मांगा था, लेकिन इसके सात दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों ने स्पष्टीकरण का जवाब तक नहीं दिया है. डीएम के गोपनीय प्रभारी संजीव कुमार चौधरी ने बताया कि एक्सपायरी दवा प्रकरण में सीएस को रिमांडर भेज कर कार्रवाई करने को कहा गया है.
सील से छेड़छाड़ प्रकरण में फंसेंगे कई लोग
डीएम के निर्देशानुसार अलौली पीएचसी के एक कमरे में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवा रखे होने की सूचना पर बीडीओ ने जांच की थी. जिसके बाद बीडीओ ने पीएचसी के एक कमरे को सील कर दिया था. सील किये गये कमरे में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवा रखी हुई थी. गरदन फंसते देख कमरे के सील के साथ छेड़छाड़ कर रात में ही एक्सपायरी दवा को ठिकाने लगा दिया गया. सील से छेड़छाड़ एसडीओ व अलौली बीडीओ को दिये जाने के बाद भी लीपापोती कर दी गयी. मामला तूल पकड़ने के बाद तत्कालीन डीएम साकेत कुमार ने सिविल सर्जन व एसडीओ को सील से छेड़छाड़ प्रकरण की जांच व कार्रवाई कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया था, लेकिन कार्रवाई तो दूर अब तक जांच तक पूरी नहीं हो पायी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement