अलौली : रामपुर अलौली गढ़ का दुर्गा मंदिर सौ साल से भी अधिक पुराना है. यहां श्रद्धालुओं का प्रति दिन तांता लगता है. गुरूवार को पट खुलने के साथ ही पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. देवी जागरण की रात से ही हजारों महिलाएं दिन भर का उपवास रख कर मंदिर का […]
अलौली : रामपुर अलौली गढ़ का दुर्गा मंदिर सौ साल से भी अधिक पुराना है. यहां श्रद्धालुओं का प्रति दिन तांता लगता है. गुरूवार को पट खुलने के साथ ही पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. देवी जागरण की रात से ही हजारों महिलाएं दिन भर का उपवास रख कर मंदिर का पट खुलने का इंतजार करती रही.
मौके पर उपस्थित मेला संचालक सह पूर्व मुखिया राजेन्द्र मंडल, मंदिर के पुजारी रामहरि दास ने बताया कि इस बार पंचायत चुनाव को लेकर मेला कम दिनों का रखा गया है. जिस कारण मेला का समापन 20 अप्रैल को होना तय है.
मन मांगी मुरादे पूरी करती है मां
स्थानीय शैलेश महतो, संतोष कुमार, रोशन कुमार, राजेश कुमार आदि ने बताया कि इस मंदिर में जिसने माथा टेका उनकी मन मांगी मुरादें मां अवश्य ही पूरा करती है. यहां दूर दूर के लोग मन्नते मांगने आते है. उक्त मंदिर उत्तर से दक्षिण दिशा में स्थित है. रामपुर अलौली और खगड़िया कुशेश्वर स्थान में रेल परियोजना में प्रस्तावित अलौली स्टेशन के समीप यह मंदिर है. इस बार पंचायत चुनाव को लेकर समय कम रखा गया है. मेला में कई नास्ते की दुकान सहित महिलाओं के लिए श्रृंगार की कई दुकान लगायी गयी है.
ऐतिहासिक महत्व : ऐसी मान्यता है कि राजा मंगल राउत को दुर्गा मां ने सपने में मंदिर स्थापित करने को कहा था. ताकि क्रूर राज मलियार परमार को तानाशाही मनोबल को मात किया जा सके और सबों के घरों में चिराग जल पाये. प्रति वर्ष यहां भव्य मेला का आयोजन होता है. जिसमें आस पास के ग्रामीण मिलजूल कर मेला का आयोजन करते है. मेला को लेकर भीड़ लगी हुई है. रामपुर अलौली का वातावरण भक्तिमय हो गया है. दूर दूर से श्रद्धालु मंदिर में मां का दर्शन करने पहुंच रहे हैं.