खगड़िया : संसारपुर रेलवे ढाला पर ट्रेन व बाइक की टक्कर का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. अब नये खुलासे से रेलवे के दावे की हवा निकल गयी है. रेल हादसे के प्रत्यक्षदर्शी सदानंद भगत की मानें तो घटना के वक्त बाइक गुजरने से पहले रेलवे ढाला होकर सवारियों से भरा ऑटो गुजरा था. अगर थोड़ी सी भी देर होती तो ऑटो व ट्रेन की टक्कर हो जाती और कई जानें जा सकती थीं. श्री भगत ने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर रेलवे ढाला बंद रहता, तो ऑटो कैसे गुजर जाता.
दरअसल घटना के वक्त रेलवे ढाला खुला हुआ था. इसके कारण बेफिक्र होकर राजेश भगत अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ ढाला पार कर रहे थे. इसी बीच पटना जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस से टक्कर हो गयी. इसमें राजेश भगत के इकलौते पुत्र प्रियांशु की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि बाइक पर सवार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये.
उधर, पूरे मामले में रेल प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है. कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है. रेल मंत्री से शिकायत की तैयारी रेल हादसे में घायल राजेश की पत्नी ने पूरे मामले में सोनपुर डीआरएम सहित रेल प्रशासन के रवैये की शिकायत रेल मंत्री सहित रेलवे के उच्चाधिकारियों से करने की घोषणा की है.
उन्होंने कहा कि रेल प्रशासन की मनमानी के खिलाफ जल्द ही पत्र भेज कर जांच की मांग की जायेगी, ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके. कोमल ने कहा कि पूरे मामले में गलती पर परदा डालने की नीयत से रेल प्रशासन ने राजेश भगत पर झूठी प्राथमिकी दर्ज करवायी है. उन्होंने कहा कि घटना के वक्त ढाला खुला हुआ था. इसके कारण हादसा हुआ.
इसमें मेरे बेटे प्रियांशु की जान चली गयी. साथ ही पति व पुत्री अपाहिज होकर अस्पताल में भरती हैं. इतना कुछ होने के बाद भी रेलवे प्रशासन पीड़ित परिवार को ही प्रताड़ित करने में लगा हुआ है. उधर, रेल हादसे के बाद रेल प्रशासन के रवैये के खिलाफ ग्रामीण भी गोलबंद होने लगे हैं. जल्द ही ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल डीएम सहित अन्य अधिकारियों से मिल कर न्याय की गुहार लगायेगा.