खगड़िया : सूर्य उपासना का महापर्व छठ की नहाय खाय के साथ शुरुआत हो चुकी है. पर्व को लेकर जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण प्रखंड मुख्यालय के बाजार में छठ व्रतियों ने जमकर खरीदारी भी शुरू कर दी है. इस अनूठे पर्व को हालांकि छठ व्रती अपने परिवार की सुख समृद्धि तथा कल्याण की कामना के साथ बड़े ही सात्विक भाव से मनाते हैं लेकिन इसी बहाने बाजार को गुलजार होने का मौका भी मिल जाता है.
जिला मुख्यालय में जगह जगह पर छठ को लेकर बाजार पुरी तरह से सजा हुआ है. शहर के राजेंद्र चौक पर छठ पर्व के सारे सामान उपलब्ध हो जात हैं. पूजन सामग्री में सूप, दौरा, ईख, मिट्टी के बर्तन, दीया आदि शामिल हैं. प्रसाद के रूप में ठेकुआ, कई तरह के फल, अड़वी, सूथनी, हल्दी सहित अन्य सामग्री भी थोक में मिल रही है.
सूप की बढ़ी मांग जिले में छठ पर्व को लेकर सामग्री स्टॉल लगाये गये हैं. सूप से लेकर टोकरियां से बाजार पूरी तरह पटा पड़ा है. सूप बनाने वाले कारीगर एक महीने से लोगों के मांग को पूरा करने के लिए सूप निर्माण में लगे हैं. ताकि छठ पर्व में लोगों की मांग को पूरा किया सके. उल्लेखनीय है कि छठ पर्व में बांस से बने सूप से पूजा करने की परंपरा बनी है.
हालांकि लोगों द्वारा पीतल से बने सूप का उपयोग भी किया जाने लगा है. छठ पूजा के लिए सजने लगे घाट छठ महापर्व को लेकर शहर सहित ग्रामीण इलाकों के घाट की साफ सफाई भी आरंभ कर दी गयी है. नगर परिषद के सभी घाटों की साफ सफाई आरंभ कर दी गयी है. तथा घाट पर रोशनी की प्रर्याप्त व्यवस्था की गयी है. जिससे घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो. इसका पूरा ध्यान नगर परिषद द्वारा रखा जा रहा है.
कहती हैं व्रती सदर प्रखंड के गंगौर गांव की व्रती उषा सिंह, बिंदु कुमारी, नूतन कुमारी आदि ने बताया कि यह व्रत परिवार की शारीरिक,मानसिक और सभी तरह की सुख शांति के लिए रखा जाता है. छठ पूजा स्वच्छता और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है. रविवार को नहाय खाय के साथ छठ पर्व आरंभ हो गया है.
व्रती उषा सिंह ने बताया कि वे कई वर्षों से छठ पर्व का अनुष्ठान कर रही है. तो किसी ने दो वर्ष से करने की बातें कही. प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की उमड़ी भीड़ वैसे तो दीपावली से ही स्थानीय जंकशन पर यात्रियों की भीड़ उमड़ने लगी है. लेकिन छठ पर्व नजदीक आते ही स्टेशन पर गहमागहमी ज्यादा बढ़ गयी है. यात्रियों की बढ़ती भीड़ के कारण रेलवे अधिकारियों की मुश्किलें भी बढ़ गयी है. छठ पूजा के लिए लोग अपने अपने घर पहुंच रहे हैं. रविवार को भी स्थानीय जंकशन पर यात्रियों की भीड़ जमा रही है.
जंकशन से गुजरने वाली सभी एक्सप्रेस व सवारी गाड़ियों में यात्रियों की ठसाठस भीड़ देखी गयी. स्थिति यह है कि रिजर्वेसन के बावजूद अधिकतर यात्रियों को सीट नहीं मिल पा रही है. ट्रेन में आरक्षित सीट पर बिना आरक्षण वाले यात्री बैठ रहे हैं. वहीं स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे पुलिस को लगाया गया है.
ज्यादा भीड़ दिल्ली,लुधियाना, पटना आदि से आने वाले ट्रेनों में देखी जा रही है. मांगी ल हम वरदान हे गंगा मईया मांगी ल हम वरदान हे गंगा मईया आदि गीतों से माहौल भक्तिमय हो गया है. शहर में छठ पर्व को लेकर शारदा सिन्हा, छैला बिहारी आदि के गीतों की धूम मची है. लोग अपने अपने मोबाइल में छठ गीत भरवाने के लिए डाउनलोडिंग सेंटर पहुंच रहे हैं.
बढ़ी सूप व डलिया की मांग लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सूप एवं टोकरी कि मांग बढ़ गई है . टोकरी बनाने वाले कारीगर शेर निवासी राजेन्द्र दास ,कटिहार से सूप व डलीया का व्यवसाय करने आये राहुल कुमार ने बताया कि छठ पर्व को लेकर टोकरी कि मांग बढ़ने से अच्छी कमाई हो जाती है . वहीं उन्होंने बताया कि प्रति टोकरी 200 से 300 रुपये तक मिल जाते हैं.
वहीं उन्होंने बताया कि यहां से टोकरी भागलपुर सहरसा मुंगेर बांका जिले के व्यापारी खरीद कर ले जाते हैं. 35 से 40 रुपये में मिल रहा है सूप छठ पर्व का अनुष्ठान नये सूप से किया जाता है. जिस कारण सूप बनाने वाले कारीगर भी कई दिनों से सूप के निर्माण में जुटे हुए हैं. सूप बनाने वाले कारीगर ने बताया कि छठ पर्व में 35 से 40 रुपया प्रति सूप बिक जाता है.
जिससे अच्छी कमाई हो जाती है .नारियल हुआ महंगा छठ महापर्व को लेकर नारियल की मांग काफी तेज हो गयी है. व्रत के दौरान नारियल का विशेष महत्व है. प्रत्येक सूप में एक एक नारियल का होना अनिवार्य है. जिसके कारण नारियल की मांग काफी बढ़ गयी है. साथ ही मांग बढ़ने से नारियल के दाम भी बढ़ गये हैं. 60 से 70 रुपये जोड़ा तक मिल रहा है.
50 रुपये तक बिका मिट्टी का चूल्हा छठ महापर्व में बनने वाले पूरी पकवान के लिए लोग मिट्टी के चूल्हे को उपयोग में होता हैं. जिसको लेकर कुछ लोगों द्वारा मिट्टी का चूल्हा भी व्यवसाय किया गया. परमानंदपुर निवासी सन्हौली निवासी व्रती सरोजनी देवी ने बताया कि उन्होंने 50 रुपये में मिट्टी का चूल्हा खरीदा है. उन्होंने बताया कि छठ महापर्व में साफ सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता है. इसलिए व्रत रखने वाले लोग व्रत के लिए बनने वाले पूरी पकवान के लिए मिट्टी के चूल्हे का उपयोग होता है.
बाजार में बनी रही जाम की स्थिति छठ की खरीदारी के लिए रविवार को बाजार में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. राजेंद्र चौक सहित पूरा शहर छठ की खरीदारी करने आये लोगों से पटा रहा. शहर के सभी मार्गों में जाम की स्थिति बनी रही. लोग चलने की बजाय रेंगते नजर आ रहे थे. बीच बीच में रिक्शा, ठेला, वाहन आदि के आ जाने से जाम की स्थिति और भयानक हो जाती थी.
बाजार आये लोग जल्दी में अपना काम निबटा कर जाम से निकलने के लिए प्रयास करते रहे. नगर परिषद प्रशासन ने किया घाटों का निरीक्षण नगर सभापति मनोहर कुमार यादव, नगर उप सभापति राज कुमार फोगला सहित कई नगर परिषद कर्मियों ने रविवार को शहर के सभी घाटों का निरीक्षण दिया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने सफाई कर्मी को बेहतर सफाई का निर्देश दिया. वहीं उन्होंने शहर के सभी छठ घाटों पर रोशनी की प्रर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश कर्मियों को दिया.
जिससे आने जाने वाले व्रतियों तथा श्रद्धालुओं को कठिनाई न हो. महेशखूंट प्रतिनिधि के अनुसार. बाजार में आस्था का महापर्व छठ को लेकर पूजन सामग्री की खरीदारी को लेकर काफी भीड़ देखी गयी. लौहिया चौक व असामरोड चौक तक जाम का नजारा बना रहा. लोग नारियल,फल तथा पूजा के सामान की खरीदारी करने में व्यस्त रहे.
वहीं सहरसा से टोकरी मंगाकर दुकानदार बेच रहे हैं. दुकानदार मदन पासवान, पंकज कुमार ,भीष्म कुमार आदि ने बताया कि अलग अलग साइज के अनुसार टोकरी की कीमत निर्धारित की गयी है. टोकरी 40 से 200 रुपये तक की दर से बेची जा रही है. जाम को देखते हुए महेशखूंट के थानाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह पुलिस बल के साथ तैनात रहे.