खगड़िया :शहर के अवध कॉम्पलेक्स में चल रहे बिहार राज्य अंडर 13 बालक एवं बालिका शतरंज प्रतियोगिता में पांचवें चक्र की समाप्ति के बाद पटना के विवेक शर्मा एवं विशाल शर्मा पांच अंकों के साथ शीर्ष पर हैं. पूर्णिया के सौरभ आनंद एवं पटना के रूपेश बी रामचन्द्र (4.5) अंकों के साथ दूसरे स्थान पर चल रहे. बालिका वर्ग में पूर्णिया की गरिमा गौरव (4.5) अंकों के साथ अकेले शीर्ष पर चल रही हैं, जबकि पटना की सदा निजामी एवं उषा आर्या मुजफ्फरपुर की मरियम फातिमा एवं खगड़िया की संध्या सुमन (4) अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं.
पटना की निभा कुमारी एवं खगड़िया की राजश्री (3.5) अंकों के साथ तीसरे स्थान पर चल रही हैं. मंगलवार को खेले गये पांचवें चक्र में प्रथम बोर्ड पर खेलते हुए विवेक शर्मा के किंग्स पॉन ओपनिंग के जवाब में अभय कुमार ने सेंटर गैम्बिट का गेम खेला. बराबर चल रही बाजी में मध्य के गेम में समय के अभाव में जल्दबाजी करते हुए घोड़े की गलत चाल दी. इससे विवेक को गेम में पकड़ बनाने का मौका मिला एवं विवेक ने 80 चालों में बाजी अपने नाम की.
चौथी विसात पर खेल रहे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सौरभ आनंद ने पटना के सौम्य श्रीवास्तव के क्वीनस पॉन ओपनिंग के जवाब में किंग्स इंडियन डिफेंस सुरक्षा पद्धति अपनायी. मध्य के गेम में सौम्य श्रीवास्तव ने अच्छी पकड़ बना ली एवं सौरभ को हार के कगार पर खड़ा कर दिया. पर, 34 वें चाल में सौम्य ने सौरभ के घोड़े के एक चाल को समझने में गलती की एवं उन्हें अपनी क्वीन का नुकसान उठाना पड़ा एवं 40 चालों में सौरभ ने बाजी जीत ली. बालिका वर्ग में प्रथम विसात पर खेलते हुए पटना की उषा आर्या के किंग्स पॉन ओपनिंग के जवाब में पूर्णिया की गरिमा गौरव ने कारो-कान सुरक्षा पद्धति का सहारा लिया.
मध्य के गेम में मोहरों के अदला-बदली में उषा को एक प्यादे का नुकसान उठाना पड़ा, जिसका फायदा उठाते हुए गरिमा ने सभी मोहरों की अदला-बदली कर प्यादे एवं किंग के अंत के गेम में उषा को 55 चालों में शिकस्त दी. दूसरी विसात पर पटना की निभा ने पटना की ही सदा निजामी के खिलाफ किंग्स पॉन ओपनिंग से अपनी बाजी की शुरुआत की. जवाब में सदा ने सीसिलियन पेलिकन सुरक्षा पद्धति का सहारा लिया. मध्य के गेम में मोहरों के आदान-प्रदान में निभा ने सदा की संभावनाओं से अलग खेल कर चौंकाते हुए बढ़त हासिल कर ली. पर, अनुभव एवं समय की कमी के कारण वे अपनी बढ़त को जीत में नहीं बदल सकीं एवं बाजी बराबरी पर छूटी.