तेज गरम हवा के थपेड़ों की वजह से लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है. बढ़ते पारे के कारण अब जमीन गरम होने के साथ ही घरों-मकानों में भी तपिश बढ़ गयी है. दोपहर 12 बजे के बाद हर कोई धूप से बचने के लिए छांव तलाशता नजर आता है.
तेज धूप के बीच कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्रओं का भी बुरा हाल है. दोपहर में कोचिंग आने वाले छात्र व छात्रएं चिलचिलाती धूप से बिलबिला उठते हैं. गरमी इतनी तेज हो गयी है. शरीर पर पहने हुए कपड़े से भी लोगों को चुभन महसूस हो रही है. वहीं शहर आने वाले लोग यत्र तत्र प्यास बुझाने का प्रयास करते देखे जाते हैं. शहर आते ही लोगों को गरमी का एहसास कुछ ज्यादा होने लगता है. एक तो गरमी उपर से गाड़ी से निकलने वाले गैस व धुआं से भी लोग बिलबिला उठते हैं. गरमी इतनी बढ़ गयी है कि ज्यादातर लोग मार्केटिंग के लिए सुबह या फिर संध्या में ही अपना काम निबटाने के प्रयास में रहते हैं.