बता दें कि नदी के जल स्तर बढ़ने से होने वाले संभावित खतरे के मद्देनजर जुगाड़ पुल पर आवागमन पर रोक लगाने की प्रशासनिक पहल फिर एक बार टल गयी. विदित हो कि क्षतिग्रस्त बीपी मंडल सेतु एवं स्टील पाइल ब्रिज के कारण आवागमन पर आये संकट से उबरने के लिए अग्रहण नाव यातायात सहयोग समिति ने नाव से नाव जोड़ कर जुगाड़ पुल का निर्माण किया था.
बगैर प्रशासनिक स्वीकृति के खतरे के बीच चल रही आवागमन सेवा से जिला प्रशासन आशंकित है. यदि कोई हादसा होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. इसी लेकर प्रशासन खतरा उठाना नहीं चाहता है. बराबर इसी आशंका को लेकर आवागमन सेवा पर रोक लगाने का प्रयास किया जा रहा है. पर, आवागमन ठप हो जाने से उत्पन्न समस्या को देखते हुए प्रशासन भी नरमी बरत रहा है.