इन पशुओं के साथ साथ अन्य सभी पशुओं को इस रोग अति संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए जिले के सभी पंचायतों में पशुओं को एफएमडीसीपी का टीका लगाया जायेगा.
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ देवकी नंदन प्रसाद ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी, पशुपालन के घर घर जाकर उनसे पशुओं को टीका लगायेंगे. उन्होंने कहा कि गर्भवती तथा दो माह से कम उम्र वाले बछड़ों को यह टीका नहीं लगाया जायेगा. एक बार टीका लगाने के बाद किसी भी पशु को यह बीमारी 1 वर्ष तक नहीं होता है.