बेलदौर (खगड़िया): रेलवे के वरीय अधिकारी शुक्रवार को धमारा रेल स्टेशन पहुंचे. जांच के बाद घटना के पांचवें दिन तीनों पटरियों पर रेल परिचालन बहाल कर दिया गया. इसके बाद रेलवे के अधिकारी अनशनकारियों से वार्ता करने भी पहुंचे. हालांकि वार्ता विफल रही. अनशनकारियों ने दो टूक कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक अनशन जारी रहेगीा. इधर शुक्रवार को वैरागन में भी कात्यायनी मंदिर में श्रद्धालुओं की कम भीड़ जुटी. धमारा स्टेशन मास्टर रामबाबू ने बताया कि खराब पड़े सिगनल को ठीक कर दिया गया है. काउंटर से टिकट भी दिया. ध्वनि विस्तारक यंत्र से उदघोषणा भी की जा रही है. पुलिस की एक टीम भी यात्रियों को पटरी पर जाने से रोक रहे हैं. उन्हों ने बताया कि यात्रियों की सभी सुविधा बहाल करते हुए एहतियात भी बरती जा रही है. शुक्रवार को धमारा स्टेशन का जायजा लेने पहुंचे डीसीएम वीरेंद्र मोहन सीएसओ के मुखोपाध्याय ने तीनों ट्रैकों एवं कार्यालय का निरीक्षण करते हुए कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिये.
मांगें पूरी होने पर ही खत्म होगा अनशन : धमारा घाट पर रेल हादसे से अक्रोशित समाजसेवियों द्वारा लगातार तीसरे दिन भी अनशन जारी रहा.अनशनकारियों से वार्ता करने शुक्रवार की शाम वरीय रेल अधिकारियों ने पहुंच कर अनशनकारियों की मांगों से अवगत हुए.अनशन पर बैठे ईं धर्मेंद्र कुमार, नागेंद्र सिंह त्यागी, सुनील कुमार उर्फ छैला बिहारी, बाबू लाल शौर्य, भरत कुमार सिंह आदि ने बताया कि जब तक हमारी मांगें बदला घाट कोपरिया पक्की सड़क निर्माण, मां कात्यायनी स्थल को पर्यटक स्थल घोषित करना,धमारा स्टेशन को मॉडल स्टेशन एवं रैक प्वाइंट का निर्माण करना,धमारा स्टेशन पर सभी ट्रेनों का ठहराव एवं सभी मृतकों के परिजन को दस लाख रूपये एवं एक नौकरी देने की मांग पूरी नहीं किये जाने तक आमरण अनशन जारी रहेगा. मौके पर पहुंचे डीसीएम विरेंद्र मोहन अनशनकारियों की मांगों से अवगत होकर बताया कि इन मांगों में डिवीजन संबंधित मांगे धमारा स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाना एवं सभी ट्रेनों का ठहराव की मांगे अविलंब पूरी करने का अश्वासन दिया.साथ ही बताया कि शेष मांग डिवीजन संबेधित अधिकार क्षेत्र से बाहर है.शेष मांगों के लिए भी संबेधित विभागीय अधिकारियों से वार्ता की जायेगी. रेल अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये देने की घोषणा रेल विभाग द्वारा कर दी गयी है.वहीं अनशनकारियों की मांग कि मृतक के परिवार को दस लाख रुपये व एक लोग को नौकरी के लिए विभाग से वार्ता किया जायेगा. आश्वासन से अनशनकारी पूरी तरह आश्वस्त नहीं दिखे. इसके बाद अनशनकारियों ने घोषणा की कि मांग पूरी नहीं होने तक अनशन जारी रहेगा.