खगड़िया: जिले के छात्र -छात्राओं को अब तकनीकी शिक्षा के लिए दूसरे जिले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. क्योंकि जिले में ही औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) खोलने की तैयारी चल रही है. जिले में एक नहीं बल्कि सात आइटीआइ संस्थान खोलने की कवायद चल रही है. राज्य स्तर से 2010 में ही जमीन का प्रस्ताव मांगा गया था. इधर, एक बार फिर जिले में आइटीआइ शिक्षण संस्थान खोलने की लिए पत्रचार किया गया है. जिसके बाद जिले में इस शिक्षण संस्थान को खोलने के लिए हलचल तेज हो गयी है.
मांगी गयी जमीन की रिपोर्ट : एक आइटीआइ संस्थान खोलने के लिए तीन एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए राज्य स्तर से तीन प्रखंडों में क्रमश: परबत्ता, मानसी व बेलदौर में तीन-तीन एकड़ जमीन की खोज कर इसका प्रस्ताव राज्य स्तर पर भेजने को कहा गया है. कौशल विकास योजना के तहत सभी प्रखंडों में भारत सरकार के सहयोग आइटीआइ खोले जायेंगे.
चार प्रखंडों में खोज गयी जमीन : जानकारी के मुताबिक चार प्रखंडों में जमीन की खोज कर ली गयी है तथा इसका प्रस्ताव भी राज्य स्तर पर 2010 में ही भेजा जा चुका है. 2010 में ही सातों प्रखंडों में जमीन की खोज कर इसका प्रस्ताव राज्य स्तर पर भेजने का निर्देश दिया गया था. तब खगड़िया, अलौली, गोगरी व चौथम प्रखंड में जमीन की खोज कर इसका प्रस्ताव जिला स्तर से राज्य पर भेजा गया, लेकिन परबत्ता, मानसी व बेलदौर में जमीन नहीं मिल पाने के कारण इन तीनों प्रखंड का प्रस्ताव नहीं भेजा गया था. जमीन को लेकर ही एक बार फिर राज्य स्तर से निर्देश दिया गया है.
कहते हैं अधिकारी : एडीएम एमएच रहमान ने कहा कि आइटीआइ खोलने के लिए जमीन संबंधी रिपोर्ट मांगी गयी है. परबत्ता, मानसी व बेलदौर प्रखंड में आइटीआइ खोलने के लिए राज्य स्तर से तीन- तीन एकड़ जमीन का प्रस्ताव मांगा गया है. जमीन की खोज करने के लिए डीएम के द्वारा तीनों अंचलों के सीओ को निर्देश दिया गया है. खगड़िया, अलौली, चौथम व गोगरी अंचल में जमीन का प्रस्ताव भेजा गया था. अपने स्तर से इस जमीन की भी भौतिक स्थिति की सूचना मांगी जा रही है. जिला स्तर से इन अंचलों के सीओ से आइटीआइ खोलने के लिए प्रस्तावित जमीन की स्थानीय जांच रिपोर्ट मांग गयी है. सदर सीओ के द्वारा जमीन की स्थानीय जांच रिपोर्ट भेज दी गयी है.