बेलदौर: प्रखंड को जिला समेत राजधानी से जोड़ने के लिए नाविकों की जुगाड़ तकनीकसे जुगाड़ पुल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. हालांकि स्टील पाइल ब्रिज की मरम्मत कराये जाने की सरकारी घोषणा से नाविकों में थोड़ा हताशा है. बावजूद नाविक अपने अभियान में जुटे हुए हैं.
नाविक संघ के अध्यक्ष बजरंगी सहनी ने बताया कि सरकारी कार्य की गुणवत्ता व कार्य प्रारंभ की कच्छप गति से कोसीवासी भली भांति अवगत हैं. महज कुछ ही दिनों में बनकर तैयार हुई नाव की जुगाड़ पुल कोसीवासियों को टू वे आवागमन सुविधा देगी. पुल के देख-रेख में कुशल नाविक व श्रमिक जुटे रहेंगे. वाहनों के आवागमन के दौरान जाम की स्थिति से भी लोगों को निजात मिलेगी. इन्होंने बताया कि पुल बनाने के 40 बड़ी नाव का उपयोग किया गया है.
मानक के अनुसार इन नावों को उत्तर प्रदेश ,कटिहार समेत बंगाल से भी मंगाया गया है. नावों को जोड़कर पुल बनाने में बांस ,तार व श्रमिक में लगभग नौ लाख रुपये खर्च हुए है. बावजूद आवागमन की अनवरत टू वे सुविधा जलस्तर में बढ़ोत्तरी के बाद भी मिलते रहने की पूरी संभावना है, जबकि विभाग के द्वारा लगभग 11 करोड़ की लागत से स्टील ब्रिज की मरम्मत किये जाने पर छह माह की वन वे आवागमन सुविधा ही लोगों मिल पायेगी. वर्ष 2010 में भी डुमरी पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद जुगाड़ नाव पुल द्वारा लगभग चार माह तक कोसिवासियों को आवागमन सुविधा मुहैया करायी गयी थी, लेकिन स्टील ब्रिज के निर्माण हो जाने पर इसे बंद कर दिया गया था. जबकि दूसरी बार डुमरी पुल के मरम्मत कार्य प्रारंभ होने खबर पर इस जुगाड़ नाव पुल का निर्माण वैकल्पिक पुल के रुप में किया जा रहा हैं. लोगों में वैकल्पिक नाव पुल व स्टील ब्रिज की मरम्मत की खबर से लोगों में खुशी की लहर है.