मामला मध्य विद्यालय झिटकिया के शिक्षक अवधेश कुमार का मध्य विद्यालय शिशवा में प्रतिनियोजन से उठे सवाल
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गबन के आरोपित शिक्षक का फिर कर दिया प्रतिनियोजन
मामला मध्य विद्यालय झिटकिया के शिक्षक अवधेश कुमार का मध्य विद्यालय शिशवा में प्रतिनियोजन से उठे सवाल जिला परिषद अध्यक्ष ने डीइओ के इस कारनामे के खिलाफ खोला मोर्चा डीएम को आवेदन देकर की कार्रवाई की मांग खगड़िया : डीइओ के लिए डीएम के आदेश भी कोई मायने नहीं रखते हैं. शारीरिक शिक्षक के प्रतिनियोजन […]
जिला परिषद अध्यक्ष ने डीइओ के इस कारनामे के खिलाफ खोला मोर्चा डीएम को आवेदन देकर की कार्रवाई की मांग
खगड़िया : डीइओ के लिए डीएम के आदेश भी कोई मायने नहीं रखते हैं. शारीरिक शिक्षक के प्रतिनियोजन पर रोक के बाद भी डीइओ सुरेश साहु द्वारा पिछले दरवाजे से गबन के आरोपित शिक्षक का प्रतिनियोजन करने का नया कारनामा सामने आया है. इसके बाद जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी श्वेता भारती ने जिलाधिकारी जय सिंह को पत्र भेज कर शिक्षा विभाग में प्रतिनियोजन के खेल पर सख्ती से रोक लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है. जबकि शिक्षा विभाग के नियम के अनुसार शारीरिक शिक्षक का प्रतिनियोजन किसी दूसरे विद्यालय में नहीं किया जा सकता है. लेकिन वर्तमान डीइओ के लिए यह आदेश कोई मायने नहीं रखते हैं. पूरा मामला गोगरी प्रखंड के मध्य विद्यालय शिशवा से जुड़ा हुआ है.
बताया जाता है कि शिक्षक अवधेश कुमार का मूल रूप से मध्य विद्यालय झिटकिया में तैनात हैं. मध्य विद्यालय शिशवा में प्रतिनियोजित होकर प्रभारी प्रधानाध्यापक रहने के दौरान शिक्षक अवधेश कुमार पर भवन निर्माण से लेकर कई मद में मिली राशि की हेराफेरी के आरोप के बाद तत्कालीन डीएम के आदेश अगस्त 2016 में हटा कर मूल विद्यालय में वापस भेज दिया गया था. लेकिन फरवरी 2019 में डीइओ ने गबन के आरोपित शिक्षक अवधेश कुमार का मूल विद्यालय मध्य विद्यालय झिटकिया से फिर मध्य विद्यालय शिशवा में प्रतिनियोजन कर दिया है.
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ऐसी कौन सी परिस्थिति आ गयी थी जो डीइओ को गबन के आरोपित शिक्षक को फिर से प्रतिनियोजन करना पड़ा? मध्य विद्यालय झिटकिया के शिक्षक अवधेश कुमार अपना प्रतिनियोजन मध्य विद्यालय शिशवा में क्यों करवाना चाहते हैं ? इसके पीछे कहीं पिछले गड़बड़ी की लीपापोती की साजिश तो नहीं? कहीं प्रतिनियोजन के खेल के पीछे नजराना की महिमा तो नहीं? ऐसे कई सवाल हैं जो शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सवालों के घेरे में खड़ा करती है. सरकारी विद्यालयों में कहीं एमडीएम में तो कहीं पोशाक राशि में गड़बड़ी के मामले हमेशा उजागर हो रहे हैं. आखिर कब शिक्षा विभाग में प्रतिनियोजन का खेल चलता रहेगा. इससे पहले डीइओ कार्यालय में तैनात एक कर्मी ने अपनी बहन का प्रतिनियोजन परबत्ता से सदर प्रखंड के एक विद्यालय में करने का मामला काफी तूल पकड़ा था लेकिन फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
शिक्षा विभाग में प्रतिनियोजन का खेल बंद हो : जिप अध्यक्ष
जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी श्वेता भारती ने कहा कि तत्कालीन डीएम के आदेश पर अगस्त 2016 में मध्य विद्यालय शिशवा प्रभारी प्रधानाध्यापक शारीरिक शिक्षक अवधेश कुमार का प्रतिनियोजन तोड़ते हुए मूल विद्यालय मध्य विद्यालय झिटकिया में वापस भेज दिया गया था। इनके ऊपर भवन निर्माण की राशि से लेकर अन्य मद की राशि में हेराफेरी के आरोप लगे थे।
लेकिन अचानक 19 फरवरी 2018 को डीइओ सुरेश साहु ने पिछले दरवाजे से गबन के आरोपित शिक्षक अवधेश कुमार का प्रतिनियोजन फिर से मध्य विद्यालय शिशवा में कर दिया. जबकि इनके कार्यकाल के दौरान विद्यालय के विभिन्न मदों में दी गयी करीब 17 लाख रुपये का कोई हिसाब किताब नहीं है। इसकी सूचना लिखित रूप से शिक्षा विभाग के अधिकारी को देने के बाद भी फिर से प्रतिनियोजन करना विद्यालय हित में ठीक नहीं है. पूरे मामले में डीएम को पत्र भेज कर डीइओ के कारनामे की शिकायत करते हुए शिक्षा में प्रतिनियोजन के खेल पर सख्ती से रोक लगा कर इस प्रकरण में उचित कार्रवाई की मांग की गयी है.
कुमारी श्वेता भारती, जिला परिषद अध्यक्ष
17 लाख रुपये का कोई हिसाब नहीं
मध्य विद्यालय शिशवा के प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय कुमार ने कहा कि मध्य विद्यालय शिशवा के भवन निर्माण मद में 13.20 लाख रुपये का आवंटन मिला था. लेकिन तत्कालीन विद्यालय प्रधान अवधेश कुमार ने करीब 15.72 लाख रुपये की निकासी कर ली. पोशाक राशि, छात्रवृत्ति राशि, परिभ्रमण राशि, भवन निर्माण आदि मदों में आवंटित राशि का गबन करने वाले शिक्षक को डीएम के आदेश पर वर्ष अगस्त 2016 में यहां से हटाया गया था.
संजय कुमार, प्रधानाध्यापक
सारे आरोप बेबुनियाद
हाल में प्रतिनियोजन करवा कर मध्य विद्यालय शिशवा में दोबारा योगदान देने वाले गबन के आरोपित शिक्षक अवधेश कुमार ने कहा कि राशि निकासी के बाद स्कूल का भवन निर्माण कर दिया गया है. पोशाक से लेकर छात्रवृत्ति तक का वितरण किया गया है. किसी भी योजना की राशि में कोई गबन नहीं किया गया है. साजिश के तहत अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं. सारे आरोप बेबुनियाद हैं.
जांच में सहयोग के लिए किया गया प्रतिनियोजन : डीइओ
मध्य विद्यालय शिशवा में योजना की राशि में गड़बड़ी की जांच चल रही है. उसमें सहयोग के लिए पूर्व प्रधान अवधेश कुमार का प्रतिनियोजन मध्य विद्यालय झटिकया से मध्य विद्यालय शिशवा में किया गया है. जब उनसे पूछा गया कि गबन के आरोपित शिक्षक जांच में क्या और कैसे सहयोग कर सकते हैं तो डीइओ सुरेश साहु ने कोई जवाब नहीं दिया.
सुरेश साहु, डीइओ
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