परबत्ता, खगड़ियाः प्रखंड के लगार पंचायत अंतर्गत विशौनी गांव में सोमवार की रात चोरों ने विशौनी ठाकुरबाड़ी में सेंधमारी कर अष्टधातु की चार मूर्तियां चोरी कर ली. इनमें भगवान राम, सीता, लक्ष्मण व श्रीलाल (श्रीकृष्ण) की मूर्तियां शामिल है. इन मूर्तियों की कीमत लाखों में अनुमानित की जा रही है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची, लेकिन छानबीन के दौरान ही मंदिर का पुजारी फरार हो गया.
मंगलवार सुबह मंदिर के पुजारी हरिदास मूर्तियों की पूजा करने पहुंचे. इस दौरान मंदिर का द्वार खोला तो चारों बड़ी मूर्तियों को गायब पाया. पुजारी ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी और ग्रामीणों ने पुलिस को चोरी की घटना के बारे में बताया. पुजारी ने बताया कि वे रात में छत पर सोये हुए थे. प्रतिदिन की भांति मंगलवार को भी ठाकुरबाड़ी का मुख्य द्वार बंद था, किंतु मूर्तिवाले कमरे के द्वार में ताला नहीं लगाया गया था. मंदिर के पीछे की दीवार में चोरों ने सेंधमारी कर मूर्तियां गायब कर दी. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष मुकेश कुमार पहुंचे और विशेषज्ञों को बुला कर शेष मूर्तियों के धातु की जांच करायी.
इसमें दो मूर्तियां अष्टधातु की पायी गयी और शेष मूर्तियां पीतल की थी. ग्रामीणों में चोरी हो गयी मूर्तियां के धातु तथा कीमत को लेकर भिन्न-भिन्न राय थी. कोई सोने की मूर्ति बता रहा था, तो कोई अष्टधातु की बता रहा था. थानाध्यक्ष ने बताया कि चोरी हुई मूर्तियां 20 इंच ऊंचाई की थी.
कैसे हुआ पुजारी फरार
परबत्ता थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मामले की अनुसंधान कर रहे थे. इसी दौरान ठाकुरबाड़ी में बनाये गये एक गुप्त रास्ते से पुजारी हरिदास फरार हो गया.
1968 में हुआ था स्थापित
1968 में कटाव होने पर वर्तमान स्थल पर मूर्तियों को स्थापित कराया गया था. इस मंदिर के पास करीब सौ बीघे जमीन सहित करोड़ों की संपत्ति है. मंदिर में ग्रामीणों को अंदर घुस कर पूजा करने की इजाजत नहीं थी. इसमें केवल पुजारी ही प्रवेश कर सकते हैं.