फारबिसगंज : फारबिसगंज थाना क्षेत्र के मटियारी वार्ड संख्या चार के रामचंद्र गोस्वामी की पत्नी जितनी देवी का भू-माफियाओं ने सोमवार को अपहरण कर लिया. पत्नी के अपहरण से दुखी रामचंद्र गोस्वामी इस सदमे को नहीं झेल पाये और उनकी मौत हो गयी. अपहरण के पीछे की वजह जितनी देवी के नाम बासगीत परचा वाली […]
फारबिसगंज : फारबिसगंज थाना क्षेत्र के मटियारी वार्ड संख्या चार के रामचंद्र गोस्वामी की पत्नी जितनी देवी का भू-माफियाओं ने सोमवार को अपहरण कर लिया. पत्नी के अपहरण से दुखी रामचंद्र गोस्वामी इस सदमे को नहीं झेल पाये और उनकी मौत हो गयी. अपहरण के पीछे की वजह जितनी देवी के नाम बासगीत परचा वाली तीन डिसमिल जमीन बतायी जाती है.
इस जमीन को भू-माफिया किसी भी हाल में कब्जाना चाहते थे. इसे लेकर परिवार वालों को पहले भी कई बार धमकाया गया था. लेकिन भूस्वामियों द्वारा जमीन रजिस्ट्री के लिए राजी नहीं होने पर अंतत: भू माफियाओं ने जबरन रजिस्ट्री की नीयत से जितनी देवी का अपहरण कर लिया.
इधर, पत्नी के अपहरण के सदमे में रामचंद्र गोस्वामी की मौत हो गयी. मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फूट पड़ा. आक्रोशितों ने फारबिसगंज-जोगबनी मुख्य सड़क पर मटियारी के समीप मृतक के शव को सड़क पर रख कर विरोध करने लगे. विरोध की वजह से उक्त मार्ग पर यातायात कई घंटों तक बाधित रहा. विरोध कर रहे लोग महिला की अविलंब बरामदगी के साथ अपहरण की घटना में शामिल अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
पिता की मौत से दुखी मृतक के पुत्र जितेंद्र गोस्वामी व महेंद्र गोस्वामी ने घटना के संबंध में बताया कि उनके नाना के नाम पर बासगीत परचा वाली जमीन है. उन्हें ये जमीन उनके नाना के माध्यम से ही मिली थी. उन्होंने बताया कि इस जमीन का कुछ हिस्सा तो पहले ही भू माफियाओं ने जबरन रजिस्ट्री करा लिया था. बाकी की बची जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए सोमवार कि सुबह कन्हैया टंडन, पिता सरयू सिंह सहित उनके चार पांच सहयोगियों ने जबरन उनके घर में घुस कर उनकी मां का अपहरण कर अपने साथ लेते गये.
इस सदमे को पिता नहीं झेल सके और उनकी मौत हो गयी. घटना की सूचना पर पहुंचे स्थानीय थानाध्यक्ष मुकेश कुमार साहा ने लोगों को समझा कर शांत कराया. जाम कर रहे लोगों में मुखिया प्रदीप देव, उप मुखिया प्रतिनिधि जफर आलम बबलू, सरपंच लक्ष्मी पासवान, चंद्रमोहन राम, पैक्स अध्यक्ष काफिल अहमद, रविलाल साह, श्याम लाल सिंह, जहीर अंसारी, शमीम आलम, संतोष पासवान, वकील पासवान व अन्य शामिल थे. पुलिस संदेह के आधार पर दो लोगों को हिरासत में ले कर पूछताछ कर रही थी.