बाढ़ का कहर. अचानक बाढ़ का पानी आ जाने के कई गांवों की बढ़ी परेशानी
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टूटा बांध, हर तरफ मचायी तबाही
बाढ़ का कहर. अचानक बाढ़ का पानी आ जाने के कई गांवों की बढ़ी परेशानी गुमटी टोला रिंग बांध के कटने से मधेली मोकना टोला, गुमटी टोला गांव की स्थिति बेहद भयावह हो गयी है. सड़कों व पुलियों के टूटने से गांवों तक पहुंच के सारे रास्ते बंद हो गये हैं. पानी के बीच फंसे […]
गुमटी टोला रिंग बांध के कटने से मधेली मोकना टोला, गुमटी टोला गांव की स्थिति बेहद भयावह हो गयी है. सड़कों व पुलियों के टूटने से गांवों तक पहुंच के सारे रास्ते बंद हो गये हैं. पानी के बीच फंसे ग्रामीणों को अपनी जान बचानी मुश्किल हो गयी है. गांवों के संपर्क पथ पानी के तेज प्रवाह से कटकर ध्वस्त हो गये हैं. बाकी बचे सड़क के भाग तकरीबन तीन किमी के दायरे में पानी के तेज प्रवाह में बह चुके है.
कुरसेला : कटे बांध से प्रवाहित पानी तीन दिशाओं में तेज गति से आगे बढ़ता जा रहा है. इससे समेली, कुरसेला, फलका, बरारी प्रखंड क्षेत्र के भूभाग में पानी फैल रहा है. हजारों एकड़ में लगी केला, धान, पाट, मक्का के करोड़ों रुपये की फसल पानी में डूब चुकी है. बाढ़ की भयावह स्थिति से हर तरफ अफरातफरी मची हुयी है.
गंगा नदी का श्रोत कटे तटबंध के प्रवाह से जुड़ जाने की वजह से पानी की गति और तेज हो गयी है. टूटे तटबंध से पानी के बहने से दर्जनों गांवों में दहशत का माहौल है. डुम्मर से लेकर कुरसेला के बीच एनएच-31 पर कई स्थानों पर पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है. माना जा रहा है कि 24 घंटे में स्थितियां और अधिक भयावह हो जायेंगी. बाढ़पीड़ित एनएच-31 व अन्य दूसरे स्थानों पर परिवार व पशुओं के साथ आश्रय ले रहे हैं.
हर तरफ कोहराम मचा है. गंगा के प्रवाह दायरे में आने वाले गांवों में चंद घंटों में तबाही ने कोहराम मचा कर रख दिया. तटबंध के टूटे पानी का तेज बहाव प्रखंड क्षेत्र की ओर होने से अयोध्यागंज, कुरसेला बाजार, उत्तरी मुरादपुर पंचायत आदि गांवों में बाढ़ का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. समझा जाता है कि संभावित क्षेत्र में चार से पांच घंटे की अवधि में पानी का प्रवेश करना प्रारंभ हो जायेगा.
गुमटी टोला रिंग बांध के कटने से मधेली मोकना टोला, गुमटी टोला गांव की स्थिति बेहद भयावह हो गयी है. सड़कों व पुलियों के टूटने से गांवों तक पहुंच के सारे रास्ते बंद हो गये हैं. पानी के बीच फंसे ग्रामीणों को अपनी जान बचानी मुश्किल हो गयी है. गांवों के संपर्क पथ पानी के तेज प्रवाह से कटकर ध्वस्त हो गये हैं. बाकी बचे सड़क के भाग तकरीबन तीन किमी के दायरे में पानी के तेज प्रवाह में बह चुके है.
कुरसेला : कटे बांध से प्रवाहित पानी तीन दिशाओं में तेज गति से आगे बढ़ता जा रहा है. इससे समेली, कुरसेला, फलका, बरारी प्रखंड क्षेत्र के भूभाग में पानी फैल रहा है. हजारों एकड़ में लगी केला, धान, पाट, मक्का के करोड़ों रुपये की फसल पानी में डूब चुकी है. बाढ़ की भयावह स्थिति से हर तरफ अफरातफरी मची हुयी है. गंगा नदी का श्रोत कटे तटबंध के प्रवाह से जुड़ जाने की वजह से पानी की गति और तेज हो गयी है. टूटे तटबंध से पानी के बहने से दर्जनों गांवों में दहशत का माहौल है. डुम्मर से लेकर कुरसेला के बीच एनएच-31 पर कई स्थानों पर पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है.
माना जा रहा है कि 24 घंटे में स्थितियां और अधिक भयावह हो जायेंगी. बाढ़पीड़ित एनएच-31 व अन्य दूसरे स्थानों पर परिवार व पशुओं के साथ आश्रय ले रहे हैं. हर तरफ कोहराम मचा है. गंगा के प्रवाह दायरे में आने वाले गांवों में चंद घंटों में तबाही ने कोहराम मचा कर रख दिया. तटबंध के टूटे पानी का तेज बहाव प्रखंड क्षेत्र की ओर होने से अयोध्यागंज, कुरसेला बाजार, उत्तरी मुरादपुर पंचायत आदि गांवों में बाढ़ का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. समझा जाता है कि संभावित क्षेत्र में चार से पांच घंटे की अवधि में पानी का प्रवेश करना प्रारंभ हो जायेगा.
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