बारसोई : रेल विभाग की लापरवाही का खामियाजा इन दिनों बारसोई के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे का एक महत्वपूर्ण जंकशन होने के बावजूद बारसोई में यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है तथा जो भी कुछ सुविधा खाना पूर्ति के नाम पर दी गयी है, उसके प्रति भी विभाग लापरवाह है.
बारसोई जंक्शन परिसर में लगा ट्रेन टाइम डिस्प्ले एवं कोच इंडिकेटर डिस्प्ले लगभग दो वर्षों से कार्य नहीं कर रहा है. इतना ही नहीं कमियों को बताते हुए वरीय पदाधिकारियों के पास शिकायत करने के बावजूद मामले में कोई सुनवाई नहीं हो रही है. ज्ञात हो कि इस संबंध में समाजसेवी सह व्यवसायी रोशन अग्रवाल ने 18 जनवरी 2014 को रेल विभाग के लोक सूचना अधिकारी सह वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक कटिहार से सूचना के अधिकार के तहत उक्त कमियों को दर्शाते हुए इसके विषय में विस्तृत जानकारी मांगी थी.
जानकारी देने में विलंब होने पर इसकी शिकायत केंद्रीय सूचना आयोग दिल्ली को की गयी तथा केंद्रीय सूचना आयोग दिल्ली के हस्तक्षेप करने के बाद 21 महीने बीत जाने पर मार्च 2016 में आवेदक को इसकी जानकारी कटिहार रेल मंडल द्वारा दी गयी. इस बीच कोई सुधार भी नहीं हुआ.
ज्ञात हो कि बारसोई जंक्शन जिस श्रेणी का स्टेशन है उस अनुसार इस स्टेशन को एक चौथाई सुविधा भी उपलब्ध नहीं है न ही एक अच्छा प्रतीक्षालय है, न ही महिलाओं के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध है. यहां तक कि यहां एक ढंग का सुलभ शौचालय भी नहीं है. इंडोर से दूर प्लेटफार्म संख्या दो में पेयजल एवं मुत्रालय की व्यवस्था नहीं है.
शीतल पेयजल के नाम पर बस खानापूर्ति है. फ्रीजिंग मशीन अक्सर खराब रहती है. मुख्य दोनों प्लेटफार्म के तीन चौथाई हिस्से में यात्री शेड नहीं है. इससे यात्रियों काे बरसात के दिनों में ट्रेन पकड़ने एवं उतरने में भींगते रहना पड़ता है.