कटिहार : निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विधानसभा चुनाव में लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए भले ही ग्रास रूट तक जागरूकता अभियान चलाने में जिला प्रशासन जुटी हो,
लेकिन जिला निर्वाचन कार्यालय की शिथिलता व उदासीनता की वजह से मतदाताओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. दरअसल, निर्वाचन कार्यालय की उदासीनता की वजह से अधिकांश वोटरों को अब तक मतदाता फोटो पहचान पत्र नहीं मिल पाया है.
31 जुलाई 2015 को मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद तत्कालीन जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने यह दावा किया था कि जिले के सभी मतदाताओं को इपिक उपलब्ध करा दिया गया है.
अनुमंडल कार्यालय परिसर स्थित सूचना भवन में मतदाता फोटो पहचान पत्र के लिए हर दिन लंबी कतारें लगी रहती है. यह लंबी कतारें साबित करती है कि मतदाता फोटो पहचान पत्र सहित मतदाता प्रमाणीकरण को लेकर अब तक किये गये कार्यों की क्या स्थिति है.
कदवा व अन्य क्षेत्रों के मतदाताओं को नहीं मिल रही है पहचान पत्रसूचना भवन में शुक्रवार को कदवा व बरारी विधानसभा क्षेत्र के करीब एक दर्जन मतदाता फोटों पहचान पत्र बनाने के लिए कतार में लगी थी.
जब उसकी बारी आयी तो सहज वसुधा केंद्र कर्मियों के द्वारा बताया गया कि विभाग के वेबसाइट पर मतदाता का पता अंकित नहीं है.
इसके वजह से सभी लोगों को वापस लौट जाना पड़ा. इससे साफ प्रतीत होता है कि कदवा व बरारी विधानसभा के अलावा अन्य क्षेत्रों के भी मतदाताओं को फोटो पहचान पत्र व मतदाता प्रमाणीकरण के लिए मशक्कत करने के बाद भी बैरंग वापस जाना पड़ रहा है.
कदवा के मतदाता विनोद कुमार गुप्ता, सावित्री कुमारी, बरारी के मो मुस्ताक, साहिल हुसैन, हरि प्रसाद मंडल आदि लोगों ने बताया कि हमलोग मतदाता पहचान पत्र के लिए परेशान हैं.
हालांकि मतदान के लिए आयोग ने कई तरह की वैकल्पिक व्यवस्था भी की है. लेकिन अब तक वोटरों को फोटो पहचान पत्र नहीं मिलना निश्चित रूप से निर्वाचन कार्यालय की उदासीनता को परिलक्षित करता है.