आजमनगर: दुष्कर्म पीड़िता के समर्थन में पुलिस प्रशासन से फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छात्रओं ने आवाज उठाया. सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के कन्या मध्य विद्यालय की छात्रओं ने विद्यालय से केशरी चौक तक प्रदर्शन किया. ज्ञातव्य हो कि उक्त घटना का मामला प्रकाश में आने के बाद स्थानीय प्रशासन के घटना स्थल पर पहुंचने के बाद मौका का फायदा उठा कर आरोपी भाग गया था. लोगों को ऐसा प्रतीत हुआ कि प्रशासन द्वारा भगाने का अंदेशा जताया था. लेकिन पुलिस अभियुक्त को गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. वहीं अनुमंडल पदाधिकारी डॉ महेंद्र पाल ने आश्वस्त किया है कि अभियुक्तों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. उधर अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर एसडीपीओ हरिमोहन शुक्ला एवं आजमनगर थाना प्रभारी प्रदीप पासवान तथा सालमारी ओपी प्रभारी संजीव कुमार सहित दल बल क्षेत्र में दौरा करते देखे गये.
छात्रवृत्ति राशि कम देने पर हंगामा
प्रखंड क्षेत्र के राज्य संपोषित उच्च विद्यालय प्राणपुर में छात्रवृत्ति वितरण में अनियमितता का मामला उजागर हुआ है. बच्चों ने प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाते हुए विद्यालय परिसर में जमकर हंगामा किया. छात्रों में लड्डू कुमार पासवान, सुमित कुमार मंडल,संजय कुमार,राजीव कुमार, ने विद्यालय प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा जाति के लिए कल्याण विभाग के द्वारा सात जनवरी को ही छात्रवृत्ति राशि छात्र-छात्रओं को आवंटन कर दिया गया था.जो 31 जनवरी तक वितरण किया जाना था. पांच अगस्त को कल्याण विभाग के तहत छात्रवृति वितरण शुरू किया गया. उस पर प्रधानाध्यापक ने विभागीय निर्देश का बहाना बनाकर जाति एवं आय प्रमाण पत्र के चक्कर लगाकर 31अगस्त तक में सिर्फ 70 से 80 प्रतिशत तक के छात्र-छात्रओं को वितरण किया जा सका है. छात्रों ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुविधा के नाम पर 18 सौ रुपये के बदले 17 सौ रुपये दे रहे है. इस तरह से सभी कार्य में बढ़-चढ़ाकर रुपये वसूलते रहते है. प्राणपुर के प्रधानाध्यापक मो मुबारक हुसैन अंसारी ने बताया कि विभागीय निर्देश के आधार पर वर्ग नवम् के एससी/एसटी छात्र 45, वर्ग 10 के 31 छात्र-छात्र, वर्ग नौ के बीसी एक के 210 छात्र-छात्रएं, वर्ग 10 के बीसी 1 158 छात्र-छात्रएं ,वर्ग नौ के बीसी 259 एवं वर्ग 10 के बीसी 2 के 36 छात्र-छात्रएं, कुल 539 छात्र-छात्रओं के बीच छात्रवृत्ति दिया जा रहा है. उन्होंने एक सौ रुपये लेने के आरोप को बेबुनियाद बताया है.