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अवैध प्लेटफॉर्म से लाखों का चूना
कटिहार : रेलवे स्टेशन कटिहार में घोषित प्लेटफॉर्म सात हैं, लेकिन, अवैध व अघोषित आठवां प्लेटफॉर्म भी बना दिया गया है. यहां खतरनाक स्थिति में रेल यात्री उतरते व चढ़ते हैं. वह आठवां प्लेटफॉर्म और कहीं नहीं, बल्कि स्टेशन के दक्षिणी भाग स्थित रेलवे यार्ड है, जहां ट्रेन के रुकने पर यात्री उतरते भी हैं […]
कटिहार : रेलवे स्टेशन कटिहार में घोषित प्लेटफॉर्म सात हैं, लेकिन, अवैध व अघोषित आठवां प्लेटफॉर्म भी बना दिया गया है. यहां खतरनाक स्थिति में रेल यात्री उतरते व चढ़ते हैं. वह आठवां प्लेटफॉर्म और कहीं नहीं, बल्कि स्टेशन के दक्षिणी भाग स्थित रेलवे यार्ड है, जहां ट्रेन के रुकने पर यात्री उतरते भी हैं व चढ़ते भी हैं.
यही नहीं यात्री यहां ट्रेन की प्रतीक्षा में खड़े भी रहते हैं. घोषित प्लेटफॉर्म पर जिस प्रकार रेल यात्रियों के चढ़ने-उतरने सहित सामानों को उतारने-चढ़ाने का कार्य होता है. यह प्लेटफॉर्म दूध वाले, रेल ड्राइवर व गार्ड की मिलीभगत से संचालित होता है. यदि इसे प्रमाण के तौर पर जानना हो तो तेजनारायणपुर-मनिहारी-कटिहार पैसेंजर ट्रेन का जायजा ले सकते हैं.
यदि उक्त प्लेटफॉर्म की स्थिति का जायजा लेंगे, तो वह रेलवे यार्ड है और वहां कई लाइनें बिछी हुई हैं. उक्त रेल लाइन से लंबी दूरी की राजधानी सहित एक्सप्रेस ट्रेन सहित माल गाड़ियां कटिहार-बरौनी, कटिहार-मनिहारी रेल खंड के लिए चला करती है, जो अति व्यस्त रेलवे ट्रैक है. बावजूद इसके रेल यात्री बेखौफ उतरते और चढ़ते हैं.
तुर्रा तो यह है कि यहां उतरने-चढ़ने वाले यात्रियों के पास रेल टिकट है या नहीं इसे देखने वाला कोई नहीं. हां इतना जरूर कहा जा सकता है कि उनके पास टिकट नहीं होता होगा, क्योंकि वहां टिकट बेचने की व्यवस्था ही नहीं है. इस मामले से रेल अधिकारी अनभिज्ञ बने रहते हैं. इस प्रथा को कोई रोकने वाला भी कोई नहीं है.
मंगलवार को जब प्रभात खबर की टीम मामले का जायजा लेने पहुंची तो देखा कि तेजनारायणपुर से जोगबनी जाने वाली पैसेंजर ट्रेन की प्रतीक्षा कुछ रेल यात्री कर रहे हैं. उनसे जब पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि दूध उतारने के लिए उक्त ट्रेन को रुकना ही है. जब ट्रेन से उतरे दूध वाले से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मिली-जली व्यवस्था है. इ ऐन वक्त बेवजह गाड़ी धीमी हुई और प्रभात खबर का कैमरा चलते देखा, तब चैन खींचने का संकेत हार्न बजाते हुए गाड़ी रोक दी. हालांकि, बगैर कारण चैन खींच कर ट्रेन रोकना अपराध है.
कहते हैं सीनियर डीसीएम
इस बाबत जब सीनियर डीसीएम पवन कुमार से जानकारी ली गयी, तो उन्होंने कहा कि उक्त स्थल पर कुछ तकनीकी कारणों से भी ट्रेन रोकी जाती है. यदि बगैर कारण गाड़ी रोजाना रुकती है, तो इसकी जांच करा कर कड़े कदम उठाये जायेंगे, ताकि रेल व रेल यात्रियों को नुकसान नहीं हो सके.
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