कटिहार : बिहार में मछली पालन की अपार संभावनाएं हैं. इसके फलने-फूलने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. उक्त बातें केंद्रीय कृषि व प्रौधोगिकी मंत्री तारिक अनवर ने कही. वे टाउन हॉल में आयोजित केंद्रीय मत्स्य पालकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा संस्थान मुंबई, बिहार कृषि विश्वद्यालय बिहार एवं मत्स्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था.
श्री अनवर ने कहा कि बिहार में उद्योग व कल-कारखानों की कमी है. सूबे की अर्थ व्यवस्था पूरी तरह से कृषि पर आधारित है. कृषि एवं मत्स्य पालन के जरिये कृषकों के चेहरे पर चमक लायी जा सकती है. राज्य की गंगा, कोशी, महानंदा आदि नदियों में मत्स्य पालन हो सकता है. इस दिशा में बेहतर कार्य करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही है. मछली पालन में कटिहार का सूबे में तीसरा स्थान है. किसान चाहते हैं कि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो.
किसान भाईयों को आधुनिक जानकारी व प्रशिक्षण देने के लिए विश्वविद्यालय के प्राचार्या व वैज्ञानिक कटिहार आये हुए हैं.