नयी नियुक्ति नहीं, फिलहाल सदर अस्पताल के चिकित्सकों से ही चलाया जा रहा काम
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उद्घाटन के बाद से ही बंद था आइसीयू
नयी नियुक्ति नहीं, फिलहाल सदर अस्पताल के चिकित्सकों से ही चलाया जा रहा काम कटिहार : करीब छह वष पूर्व पूरे तामझाम के साथ तत्कालीन एनडीए सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सदर अस्पताल स्थित गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू ) का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के कुछ दिन बाद ही आईसीयू में ताला […]
कटिहार : करीब छह वष पूर्व पूरे तामझाम के साथ तत्कालीन एनडीए सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सदर अस्पताल स्थित गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू ) का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के कुछ दिन बाद ही आईसीयू में ताला लटक गया. बताया गया कि विशेषज्ञ चिकित्सक के नहीं रहने की वजह से आईसीयू का संचालन में कठिनाई हो रही है. यही कारण बता कर इसे बंद कर दिया गया. हालांकि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं मीडिया के द्वारा यह मामला लगातार उठाया जाता रहा है. उसके बाद स्थिति जस की तस बनी रही. गहन चिकित्सा कक्ष के नहीं होने की वजह से लोगों को मेडिकल कॉलेज या अन्य दूसरे बड़े शहर उपचार के लिए जाना पड़ता था.
प्रभात खबर उठाता रहा है आइसीयू का मामला : उद्घाटन के कुछ दिन बाद आइसीयू के बंद होने के कारणों को उजागर करते हुए प्रभात खबर लगातार यह मामला उठाता रहा है. आइसीयू नहीं रहने की वजह से मरीजों की परेशानी को भी सामने लाता रहा है. साथ ही आइसीयू के बंद होने के बाद उसके भीतर लाखों की लागत से लगाये गये उपकरण की उपयोगिता पर भी सवाल उठाया गया. सांसद व विधायक ने भी कई बार विभागीय अधिकारी को पत्राचार किया. सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद ने इसी वर्ष बजट सत्र के दौरान विधानसभा में गहन चिकित्सा कक्ष को चालू करने को लेकर सवाल भी उठाया था. साथ ही जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्रा ने पदस्थापन के बाद से आइसीयू खोलने की दिशा में ठोस पहल शुरू किया.
डीएम का प्रयास रंग लाया
यूं तो स्थानीय स्वास्थ्य महकमा विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में गहन चिकित्सा कक्ष को चालू करने के पक्ष में नहीं थे. पर मीडिया में लगातार आ रही खबर एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाये जा रहे सवाल के साथ-साथ जिले के मरीजों की समस्याओं को देखते हुए जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने पदस्थापन काल से ही सदर अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष को चालू करने को लेकर पहल शुरु कर दी. सदर अस्पताल का निरीक्षण के दौरान तथा स्वास्थ संबंधी योजनाओं की समीक्षा को लेकर आहूत होने वाली बैठक में आईसीयू को चालू करने का निर्देश देते रहे. साथ ही इसके लिए प्लानिंग भी किया गया.
आईसीयू खोलने की दिशा में चल रही प्रक्रिया का समय- समय पर डीएम जायजा भी देते रहे तथा आवश्यक दिशा निर्देश भी सिविल सर्जन डॉ श्याम चंद्र झा एवं डीपीएम निलेश कुमार को देते रहे. फलस्वरुप स्थानीय स्वास्थ्य महकमा पिछले 2 महीने से गहन चिकित्सा कक्ष को चालू करने की तैयारी में जुट गये. डीएम के प्रयास से बुधवार को गहन चिकित्सा कक्ष गंभीर मरीजों के उपचार के लिए शुरू कर दिया गया.
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