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सही मिले 969 मतदाताओं के नाम
बिना सत्यापित किये जोड़े गये थे नाम भभुआ कार्यालय : स्नातक निर्वाचन क्षेत्र गया के अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड में 343 व दुर्गावती प्रखंड में 626 नामों को बगैर सत्यापन के ही मतदाता सूची में नाम जोड़े जाने के बाद डीएम की तीन सदस्यीय टीम ने जब बगैर सत्यापन हुए उक्त जोड़े गये सभी मतदाताओं के […]
बिना सत्यापित किये जोड़े गये थे नाम
भभुआ कार्यालय : स्नातक निर्वाचन क्षेत्र गया के अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड में 343 व दुर्गावती प्रखंड में 626 नामों को बगैर सत्यापन के ही मतदाता सूची में नाम जोड़े जाने के बाद डीएम की तीन सदस्यीय टीम ने जब बगैर सत्यापन हुए उक्त जोड़े गये सभी मतदाताओं के मूल प्रमाणपत्र की जांच की तो सही पाया. सही पाये जाने पर उनका नाम मतदाता सूची में शामिल रखने की अनुशंसा डीएम से की है.
वहीं जांच के क्रम में इस आरोप को भी सही है कि रामगढ़ व दुर्गावती के बीडीओ द्वारा उक्त सभी नामों को बिना सत्यापित किये व बगैर उनके मूल प्रमाणपत्र को जांच किये ही उनके नाम मतदाता सूची में जोड़ दिये हैं.
दरअसल, गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में पड़नेवाले रामगढ़ व दुर्गावती प्रखंड में 445 व 626 नामों की शिकायत मगध के आयुक्त सह निर्वाची पदाधिकारी गया से की गयी थी.
कि उक्त दोनों जगह के बीडीओ द्वारा 445 व 626 नामों को बगैर सत्यापन किये उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है. इसे लेकर आयुक्त द्वारा अपने स्तर से एक जांच टीम भेजकर उक्त शिकायत की जांच करायी गयी थी, जिसमें यह शिकायत सही पायी गयी था कि दोनों बीडीओ द्वारा बगैर नामों को सत्यापित किये ही मतदाता सूची में नाम जोड़े गये थे, जिसके बाद मगध प्रमंडल के आयुक्त ने कैमूर डीएम को पत्र लिखकर उक्त पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया था, जिसके बाद कैमूर डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने पूरे शिकायत के जांच के लिए वरीय उपसमाहर्ताओं की तीन सदस्यीय टीम गठित की. जिसमें शामिल शहनवाज अहमद नियाजी, दुष्यंत कुमार व जियाउल्लाह से पूरे प्रकरण की जांच करायी.
जांच के क्रम में यह पाया गया कि मतदाता सूची में रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत बगैर सत्यापन के जोड़े गये 343 और दुर्गावती प्रखंड में बगैर सत्यापन जोड़े गये 626 नाम सही हैं. उनके मूल प्रमाणपत्र भी जांच के क्रम में सही पाया गया. इसके लिए जांच टीम ने बगैर सत्यापन के जोड़े गये सभी मतदाताओं को नोटिस कर सुनवाई के लिए तलब किया और उनके मूल प्रमाणपत्रों की जांच की. साथ हीं जांच के क्रम में यह भी पाया गया कि नाम जोड़ने के लिए सत्यापन की प्रक्रिया को रामगढ़ और दुर्गावती के बीडीओ द्वारा नहीं अपनाया गया और उनके नाम बगैर सत्यापित किये ही सीधे मतदाता सूची में जोड़ दिये गये. उक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने अपना रिपोर्ट बनाकर आयुक्त को भेज दिया है.
डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट मगध प्रमंडल के आयुक्त को भेज दी गयी है. उसके आधार पर चुनाव आयोग आगे का निर्णय लेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जो नाम बगैर सत्यापन के जोड़े गये हैं. उन सभी मतदाताओं के मूल प्रमाणपत्र की जांच की गयी तब सही पाये गये.
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