भभुआ (कार्यालय) : नक्सल प्रभावित अधौरा में कॉलेज खोलने को लेकर युवा नेता पंकज कुमार का समाहरणालय पर मंगलवार को दूसरे दिन भी भूख हड़ताल जारी रहा . जहां उन्हें जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी समर्थन मिल रहा है.
भूख हड़ताल पर बैठे नेताओं ने कहा कि आज व्यावसायिक शिक्षा का महत्व बढ़ गया है, लेकिन यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधौरा जैसे पिछड़े इलाकों में आज एक भी कॉलेज नहीं है. वहीं अन्य कॉलेजों में भी व्यावसायिक शिक्षा नहीं दी जा रही है, जबकि विश्व विद्यालय प्रशासन ने बीसीए के सेमेस्टर तीन और पांच के परीक्षा की तिथि घोषित कर दिया है, किंतु अब तक राज्य सरकार और राज्यभवन व विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जनहित में कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है.
ऐसे में विश्वविद्यालय द्वारा शाहाबाद व कैमूर जिले में ऐसी पढ़ाई को बंद कर देना दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है, जबकि अधौरा में कॉलेज खोल कर वहां के युवकों को मुख्य धारा में जोड़ने का प्रयास होना चाहिए . इस अनशन को पूर्व जिला पार्षद अध्यक्ष प्रमोद सिंह,भगवानपुर उप प्रमुख अजय शंकर पांडेय,अधौरा पंचायत के मुखिया नुरसिद आलम, भाजपा नेता कामता सिंह सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन किया. इस मौके पर किशन कुमार,सुचित पांडेय, आरजू खां, शिव बाबू,हिमांशु,शमशेर खां,नीतीश चौबे, पीयूष तिवारी,धर्म सिंह,मनीष पटेल सहित सैकड़ों उपस्थित हैं.